प्रतीकात्मक तस्वीर
मुंबई:
महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी के चेहरे मयंक गांधी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा देने के दो दिन बाद यहां के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी आलाकमान से पार्टी को बर्बाद कर रहे ‘दिल्ली गैंग ’ के ‘मनमानेपूर्ण’ शैली पर आत्मनिरीक्षण करने तथा आप के खोये हुए गौरव को बहाल करने के लिए तत्काल सुधार के कदम उठाने की अपील की है।
आप की महाराष्ट्र इकाई को पुनर्गठित करने और मजबूत बनाने के लिए उसे पिछले महीने भंग कर दिया गया था, जिसपर गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। गांधी ने कहा था कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल गटर की राजनीति कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के वरिष्ठ आप नेता रवि श्रीवास्तव ने कहा कि जब मयंक गांधी जैसे एक कार्यकर्ता की आप की राजनीति में दिलचस्पी खत्म हो जाती है तो यह वाकई दुखद है और पार्टी को तत्काल सुधार के कदम उठाने चाहिए।
अब दिल्ली के विधायकों को राज्य के रोजाना मामलों पर गौर करने का काम सौंपा गया है, जबकि उन्हें महाराष्ट्र के स्थानीय मुद्दों की जानकारी नहीं है। महाराष्ट्र से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के केवल दो सदस्यों - मयंक गांधी और सुभाष वारे ने पार्टी पर मनमानेपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है।
वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव हार चुके अन्य नेता सुंदर बालकृष्ण ने कहा कि गांधी सर्वसम्मत और सुपर टीम नेता थे, जो राज्य में श्रेस्यकर काम कर रहे थे। दोनों ने मिशन विस्तार, मिशन बुनियाद, भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन स्थापित कर, शेतकारी यात्राओं का आयोजन कर पार्टी को बदल दिया लेकिन दुर्भाग्य से दोनों को पद से हटना पड़ा।
आप की महाराष्ट्र इकाई को पुनर्गठित करने और मजबूत बनाने के लिए उसे पिछले महीने भंग कर दिया गया था, जिसपर गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। गांधी ने कहा था कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल गटर की राजनीति कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के वरिष्ठ आप नेता रवि श्रीवास्तव ने कहा कि जब मयंक गांधी जैसे एक कार्यकर्ता की आप की राजनीति में दिलचस्पी खत्म हो जाती है तो यह वाकई दुखद है और पार्टी को तत्काल सुधार के कदम उठाने चाहिए।
अब दिल्ली के विधायकों को राज्य के रोजाना मामलों पर गौर करने का काम सौंपा गया है, जबकि उन्हें महाराष्ट्र के स्थानीय मुद्दों की जानकारी नहीं है। महाराष्ट्र से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के केवल दो सदस्यों - मयंक गांधी और सुभाष वारे ने पार्टी पर मनमानेपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है।
वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव हार चुके अन्य नेता सुंदर बालकृष्ण ने कहा कि गांधी सर्वसम्मत और सुपर टीम नेता थे, जो राज्य में श्रेस्यकर काम कर रहे थे। दोनों ने मिशन विस्तार, मिशन बुनियाद, भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन स्थापित कर, शेतकारी यात्राओं का आयोजन कर पार्टी को बदल दिया लेकिन दुर्भाग्य से दोनों को पद से हटना पड़ा।
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