Coronavirus: COVID-19 की टेस्टिंग में दिल्ली और आंध्रप्रदेश आगे, सबसे पीछे बिहार

Coronavirus: कोरोना वायरस की जांच झारखंड में प्रति 10 लाख लोगों में से 2012 की, उत्तर प्रदेश में 1659 की, बिहार में 979 की और तेलंगाना में 1113 की हुई

Coronavirus: COVID-19 की टेस्टिंग में दिल्ली और आंध्रप्रदेश आगे, सबसे पीछे बिहार

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

Coronavirus testing : देश मे कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है. देश में 16 जून तक किए गए कोविड-19 के परीक्षण के आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रति दस लाख आबादी पर सबसे ज्यादा टेस्ट लद्दाख में 32,938 किए गए. हालांकि लद्दाख की जनसंख्या काफी कम है. सबसे कम टेस्ट बिहार में किए गए. अधिक जनसंख्या वाले राज्यों में दिल्ली में प्रति दस लाख 13540 और आंध्रप्रदेश में 8838 टेस्ट हुए. बिहार में अब तक आबादी के प्रति 10 लाख हिस्से में से 979 लोगों का ही टेस्ट किया गया है.

महाराष्ट्र में 16 जून तक 6,89,147 टेस्ट किए गए. यानी प्रति 10 लाख लोगों पर 5569 टेस्ट हुए. तमिलनाडु में 6,72,046 टेस्ट, यानी प्रति 10 लाख 8633 टेस्ट हुए. राजस्थान में कुल 5,46,783 टेस्ट हुए. यानी प्रति 10 लाख 6748 टेस्ट हुए. आंध्रप्रदेश में 4,76,394, यानी प्रति 10 लाख 8838 टेस्ट हुए. कर्नाटक में 4,59,656 टेस्ट यानी प्रति 10 लाख आबादी पर 6803 टेस्ट हुए. यूपी में 394727 टेस्ट, प्रति 10 लाख 1659 लोगों के टेस्ट हुए.  

कोरोना वायरस के प्रति 10 लाख आबादी पर 16 जून तक किए गए परीक्षणों को देखा जाए तो सबसे अधिक टेस्ट लद्दाख में हुए. अब तक महाराष्ट्र में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 5569, दिल्ली में 13540, तमिलनाडु में 8633, गुजरात में 4596, आंध्रप्रदेश में 8838, कर्नाटक में 6803, पश्चिम बंगाल में 3250, राजस्थान में 6748, केरल में 3000, मध्यप्रदेश में 3100, झारखंड में 2012, उत्तर प्रदेश में 1659, बिहार में 979, तेलंगाना में 1113 और लद्दाख में प्रत्येक 10 लाख में से 32,938 लोगों में कोरोना वायरस की जांच की गई.

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देश में कुल कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों में से 65.15 प्रतिशत केस चार राज्यों में हैं. महाराष्ट्र में 32.04 प्रतिशत, तमिलनाडु में 13.56 प्रतिशत, दिल्ली में 12.62 प्रतिशत और गुजरात में 6.94 प्रतिशत केस हैं.