रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल (Rafale) में भरी उड़ान.
खास बातें
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल में भरी उड़ान
- फ्रांस से आज ही मिला है पहला राफेल विमान
- इससे पहले तेजस में भी उड़ान भर चुके हैं रक्षा मंत्री
नई दिल्ली: फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) से भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Jet) मिलने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'शस्त्र पूजन किया.' इसके बाद उन्होंने इस लड़ाकू विमान से उड़ान भी भरी. बता दें कि 19 सितंबर को राजनाथ सिंह ने स्वदेशी तेजस विमान से भी उड़ान भरी थी. इससे पहले राफेल के हैंडओवर समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह एक 'ऐतिहासिक दिन' है. यह भारत और फ्रांस के बीच गहरा संबंध दिखाता है. उन्होंने कहा कि राफेल विमान के शामिल होने से एयरफोर्स की क्षमता में इजाफा होगा.
बता दें कि 36 राफेल जेट (Rafale Jet) विमानों में पहला विमान भारत को मंगलवार को ही मिल जाएगा, लेकिन चार विमानों की इस पहली खेप को भारत पहुंचने में अगले साल मई तक इंतजार करना पड़ेगा. सभी 36 राफेल जेट विमान सितंबर, 2022 तक भारत पहुंचने की उम्मीद है.
पिछले माह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत में बने लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी थी. वे इस उड़ान के साथ इस विमान में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बने थे. तेजस विमान को तीन साल पहले ही वायुसेना में शामिल किया गया है. अब तेजस का अपग्रेड वर्जन भी आने वाला है. तेजस हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे एचएएल ने तैयार किया है. 83 तेजस विमानों के लिए एचएएल को 45 हजार करोड़ रुपये का ठेका मिला है. भारत के स्वदेशी और हल्के लड़ाकू विमान तेजस में वे सारी खूबियां हैं जो दुश्मन को हराने की पूरी ताकत रखती हैं. चूंकि ये एक हल्का फाइटर प्लेन है इसलिए इससे दुश्मन पर वार करना भी आसान हो जाता है. यह चीन और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को कड़ी टक्कर दे रहा है.
भारत को मिला पहला Rafale विमान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया 'ऐतिहासिक दिन'
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हाल ही में समुद्र में मशीन गन चलाते हुए भी नजर आए थे. गत रविवार को राजनाथ सिंह ने INS विक्रमादित्य में मशीन गन थामी और गोलियां भी चलाईं. उन्होंने आईएनएस विक्रमादित्य पर 24 घंटे का समय गुजारा था. ऐसा करने वाले वे देश के पहले रक्षा मंत्री हैं. सिंह रात भर आईएनएस विक्रमादित्य में रुके और इस दौरान, उन्होंने पनडुब्बियों, फ्रिगेट्स और वाहक सहित विभिन्न सैन्य अभ्यासों को देखा. आईएनएस विक्रमादित्य विमानवाहक पोत है जिस पर मिग-29 लड़ाकू विमान तैनात हैं. इस प्रवास के दौरान रक्षा मंत्री ने नौसेना के पश्चिमी कमान के अदम्य साहस और मारक क्षमता का दीदार भी किया.
VIDEO: भारत को फ्रांस से मिला पहला राफेल लड़ाकू विमान
(इनपुट: ANI से भी)