नई दिल्ली:
पूर्व सॉलिसिटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम ने सोमवार को कहा कि उन्होंने डीडीसीए मामले की जांच के लिए गठित जांच आयोग की अध्यक्षता करने के दिल्ली सरकार के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है, क्योंकि इसका उद्देश्य 'सकारात्मक' है।
एनडीटीवी से बातचीत में गोपाल सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो अरुण जेटली को पूछताछ के लिए बुलाएंगे। सुब्रमण्यम ने ये भी कहा कि मैंने दिल्ली सरकार को बता दिया है कि जेटली मेरे मित्र रहे हैं, लेकिन मैं आयोग के अध्यक्ष के तौर पर पेशेवर तरीके से काम करूंगा।
गौरतलब है कि दिल्ली मंत्रिमंडल ने डीडीसीए में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में एक-सदस्यीय आयोग के गठन को सोमवार को मंजूरी दे दी। सुब्रमण्यम ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे एक पत्र में कहा, 'मैं इस समझ के आधार पर काम को स्वीकार करूंगा कि आयोग का उद्देश्य सकारात्मक है और सरकार को क्रिकेट को बेहतर और उच्च स्तर पर ले जाने में लाभान्वित होना चाहिए।'
उन्होंने साथ ही कहा कि यह जिक्र करना सही होगा कि अरुण जेटली जिनका नाम खबरों में आया है, वो तकरीबन 37 वर्षों से मेरे मूल्यवान और उत्कृष्ट साथी हैं।
एनडीटीवी से बातचीत में गोपाल सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो अरुण जेटली को पूछताछ के लिए बुलाएंगे। सुब्रमण्यम ने ये भी कहा कि मैंने दिल्ली सरकार को बता दिया है कि जेटली मेरे मित्र रहे हैं, लेकिन मैं आयोग के अध्यक्ष के तौर पर पेशेवर तरीके से काम करूंगा।
गौरतलब है कि दिल्ली मंत्रिमंडल ने डीडीसीए में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में एक-सदस्यीय आयोग के गठन को सोमवार को मंजूरी दे दी। सुब्रमण्यम ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे एक पत्र में कहा, 'मैं इस समझ के आधार पर काम को स्वीकार करूंगा कि आयोग का उद्देश्य सकारात्मक है और सरकार को क्रिकेट को बेहतर और उच्च स्तर पर ले जाने में लाभान्वित होना चाहिए।'
उन्होंने साथ ही कहा कि यह जिक्र करना सही होगा कि अरुण जेटली जिनका नाम खबरों में आया है, वो तकरीबन 37 वर्षों से मेरे मूल्यवान और उत्कृष्ट साथी हैं।
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