मध्यप्रदेश के दो भाजपा विधायकों द्वारा एक विधेयक पर कमलनाथ सरकार का साथ देने के अगले दिन राज्य सरकार के नदी संरक्षण न्यास के प्रमुख कम्प्यूटर बाबा ने दावा किया कि प्रमुख विपक्षी दल के चार और विधायक पाला बदलने पर विचार कर रहे हैं. नर्मदा, क्षिप्रा और मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने कहा, 'राज्य की कांग्रेस सरकार में शामिल होने की जिज्ञासा रखने वाले भाजपा के चार विधायक मेरे संपर्क में हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ जब कहेंगे, तब हम इन विधायकों को आपके (मीडिया के) सामने पेश कर देंगे.'
बहरहाल, मीडिया के बार-बार पूछने के बावजूद कम्प्यूटर बाबा ने भाजपा के उन विधायकों के किसी भी ब्योरे का खुलासा नहीं किया, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे पाला बदलने के संबंध में उनके संपर्क में हैं. पिछले महीने नदी संरक्षण न्यास के अध्यक्ष का पदभार संभालने वाले धार्मिक नेता ने कहा, 'सही समय आने पर उन विधायकों का नाम भी पता चल जायेगा. अभी मैं आपको सिर्फ इतना बता सकता हूं कि ये विधायक भी मुझ जैसे साधु-संतों की तरह भाजपा की कार्यशैली से नाराज हैं.'
बता दें कि प्रदेश विधानसभा में बुधवार शाम दंड विधि (मध्य प्रदेश संशोधन) विधेयक 2019 के पक्ष में भाजपा के दो सदस्यों सहित कुल 122 विधायकों ने मतदान किया था. विधेयक को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार का समर्थन करने वाले भाजपा के इन विधायकों में नारायण त्रिपाठी (मैहर) और शरद कौल (ब्यौहारी) शामिल हैं. कम्प्यूटर बाबा का असली नाम नामदेव दास त्यागी है और वह एक जमाने में भाजपा की प्रदेश इकाई के नजदीक माने जाते थे.
VIDEO: मध्य प्रदेश में एक बिल पर कमलनाथ के साथ आए 122 विधायक
(इनपुट: भाषा)
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