साइक्लोन Tauktae सोमवार रात रात 8:00 से 11:00 के बीच गुजरात तट को पोरबंदर और Mahuva के बीच पार करेगा. चक्रवात यानी साइक्लोन का सबसे ज्यादा असर गुजरात तट पर पहुंचने के 4 से 5 घंटे पहले होगा और इस साइक्लोन के गुजरात तट को पार करने के बाद भी करीब 6 घंटे तक इसका बहुत ज्यादा असर रहेगा. सौराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के तटीय इलाकों में इस दौरान 185 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं जिससे भारी नुकसान का अंदेशा है.
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इससे सबसे ज्यादा नुकसान तटीय इलाकों में कच्चे घरों को होगा. तेज हवाओं के कारण बड़ी संख्या में पेड़ों के भी धराशायी होने की आशंका जताई जा रही है. टेलीफोन लाइन और इलेक्ट्रिसिटी पोल्स भी गिर सकते हैं. इसके साथ ही नेशनल हाईवे पर आवागमन, हवाई सेवाएं और ट्रेन सेवाएं भी बाधित होंगी. तटीय इलाकों में जो उद्योग धंधे हैं, उनके ऑपरेशन पर भी साइक्लोन का बुरा असर पड़ेगा.
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गौरतलब है कि साइक्लोन Tauktae से प्रभावित होने वाले सभी जिलों में NDRF की 100 से ज्यादा टीमें तैनात की गई हैं. NDRF की 46 टीमें सिर्फ गुजरात में तैनात की गई हैं जो इस साइक्लोन से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है. इस बीच,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से राज्य में चक्रवाती तूफान ‘ताउते' की स्थिति के बारे में बातचीत की. Tauktae के खतरे को देखते हुए मुंबई एयरपोर्ट के बाद अब बांद्रा-वर्ली सी लिंक को भी अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है. BMC ने लोगों ने अन्य रुट्स अपनाने की अपील की.
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