थल सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कहा है कि सीमा पार से आतंक जारी रहा तो सर्जिकल स्ट्राइक से परहेज नही किया जाएगा.
नई दिल्ली:
थल सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कहा है कि अगर सीमा पार से आतंकी कार्रवाई जारी रही तो फिर सर्जिकल स्ट्राइक या फिर ऐसी किसी अन्य कार्रवाई से परहेज नही करेंगे. सेना प्रमुख ने अपनी सलाना प्रेंस कांफ्रेंस में यह बात कही.
जनरल विपिन रावत ने कहा कि 'हमारा उद्देश्य तो शांति की बहाली है. हम विरोधी को कहना चाहते हैं कि अगर आप शांति चाहते हैं तो ठीक है. अगर आप रवैया नहीं बदलते तो फिर सर्जिकल स्ट्राइक जारी रहेगी. हमने साफ संदेश दे दिया. किसी भी देश के खिलाफ आप कुछ करोगे तो वह चुप नहीं बैठेगा. लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि हमें ऐसे संकेत नहीं मिले हैं कि शांति होनी चाहिए. उनकी तरफ से संदेश आया था कि सीज़ फायर का उल्लंघन बंद हो जाए तो अच्छा है, उसके बाद हुआ भी है. लेकिन अगर वहां से हमें सही संदेश नहीं मिलते हैं, तो फिर कार्रवाई होगी.'
उन्होंने कहा कि 'जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ समय से अशांति रही है, जिस पर सुरक्षा बलों ने नियंत्रण पा लिया है. हमें यह ध्यान रखना होगा कि यह हालात खराब न हो और ज्यादा फैलें न.' सेना प्रमुख के मुताबिक हमें वहां सुनिश्चित करना होगा स्कूल और पर्यटन अच्छे से चलें.
जनरल रावत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से जम्मू कश्मीर में हालात काफी हद तक सुधरे हैं. लाइन ऑफ कंट्रोल पर घुसपैठ पर काफी हद तक लगाम लगी है. लेकिन अगर वे कोशिश करेंगे तो मारे जाएंगे. सेना को आशंका है कि इस बार बर्फबारी के बावजूद आतंकियों की घुसपैठ रुकेगी नहीं. इससे निपटने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है. फिलहाल पाकिस्तान में 17 आतंकी कैंप हैं और सरहद के पार करने के लिए फिर से आतंकी लांचिग पैड पर आ गए हैं.
सेना प्रमुख ने कहा कि 'हम सभी सुरक्षा चुनौतियों के बारे में जानते हैं. हमको प्रॉक्सी वॉर और टेररिज्म आदि की चिंता है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सेक्युलर वातावरण बनाए रखें और इसको बिगाड़ने वाले तत्वों से निपटें. इसके लिए मुझे आपकी जरुरत होगी. हमें परंपरागत के साथ अपारंपरिक खतरों के बारे में भी आगाह रहना होगा.' सेना प्रमुख ने देशवासियों को कहा कि हम एक मजबूत और देश निर्माण के लिए समर्पित सेना हैं. हम अपने लक्ष्य पाने के लिए पेशेवर तरीके अपनाएंगे.
जनरल विपिन रावत ने कहा कि 'हमारा उद्देश्य तो शांति की बहाली है. हम विरोधी को कहना चाहते हैं कि अगर आप शांति चाहते हैं तो ठीक है. अगर आप रवैया नहीं बदलते तो फिर सर्जिकल स्ट्राइक जारी रहेगी. हमने साफ संदेश दे दिया. किसी भी देश के खिलाफ आप कुछ करोगे तो वह चुप नहीं बैठेगा. लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि हमें ऐसे संकेत नहीं मिले हैं कि शांति होनी चाहिए. उनकी तरफ से संदेश आया था कि सीज़ फायर का उल्लंघन बंद हो जाए तो अच्छा है, उसके बाद हुआ भी है. लेकिन अगर वहां से हमें सही संदेश नहीं मिलते हैं, तो फिर कार्रवाई होगी.'
उन्होंने कहा कि 'जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ समय से अशांति रही है, जिस पर सुरक्षा बलों ने नियंत्रण पा लिया है. हमें यह ध्यान रखना होगा कि यह हालात खराब न हो और ज्यादा फैलें न.' सेना प्रमुख के मुताबिक हमें वहां सुनिश्चित करना होगा स्कूल और पर्यटन अच्छे से चलें.
जनरल रावत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से जम्मू कश्मीर में हालात काफी हद तक सुधरे हैं. लाइन ऑफ कंट्रोल पर घुसपैठ पर काफी हद तक लगाम लगी है. लेकिन अगर वे कोशिश करेंगे तो मारे जाएंगे. सेना को आशंका है कि इस बार बर्फबारी के बावजूद आतंकियों की घुसपैठ रुकेगी नहीं. इससे निपटने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है. फिलहाल पाकिस्तान में 17 आतंकी कैंप हैं और सरहद के पार करने के लिए फिर से आतंकी लांचिग पैड पर आ गए हैं.
सेना प्रमुख ने कहा कि 'हम सभी सुरक्षा चुनौतियों के बारे में जानते हैं. हमको प्रॉक्सी वॉर और टेररिज्म आदि की चिंता है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सेक्युलर वातावरण बनाए रखें और इसको बिगाड़ने वाले तत्वों से निपटें. इसके लिए मुझे आपकी जरुरत होगी. हमें परंपरागत के साथ अपारंपरिक खतरों के बारे में भी आगाह रहना होगा.' सेना प्रमुख ने देशवासियों को कहा कि हम एक मजबूत और देश निर्माण के लिए समर्पित सेना हैं. हम अपने लक्ष्य पाने के लिए पेशेवर तरीके अपनाएंगे.
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