
बुंदेलखंड में महोबा ज़िले के ग्राम ननौरा में कर्ज़ में डूबे किसान रामकिशन पटेल को उम्मीद थी कि इस साल अच्छी फसल होगी, लेकिन ओलों ने उनकी फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया और कर्ज़ के बोझ में डूबे रामकिशन इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सके। उनके भाई कृपाराम पटेल के मुताबिक, रामकिशन पर कर्ज़ का बोझ ज़्यादा था और वह पिछले कुछ दिनों से फसल बर्बाद होने से बेहद परेशान और तनाव में जी थे।
दरअसल बेमौसम बारिश और ओलों का असर लाखों किसानों पर पड़ा है। एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में कृषिमंत्रा राधा मोहन सिंह ने बताया कि राज्यों से मिली शुरुआती जानकारी के मुताबिक एक लाख सत्तर हज़ार हेक्टेयर ज़मीन पर खड़ी फसल चौपट होने की आशंका है। यह शुरुआती आंकलन है। अभी सभी प्रभावित राज्यों ने औपचारिक तौर पर नुकसान का पंचनामा कर कृषि मंत्रालय के पास अपनी रिपोर्ट नहीं भेजी है।
उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही कृषि मंत्रालय को यह जानकारी दे चुकी है कि राज्य के 26 ज़िलों में पचास फीसदी से ज़्यादा की फसल बर्बाद हो चुकी है।
कृषि मंत्रालय ने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए राज्यों को एडवाइज़री जारी की है। कृषिमंत्री ने एनडीटीवी को बताया कि राज्यों को कहा गया है कि राज्य आपदा रिलिफ फंड से दस फीसदी राशि प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए तत्काल जारी करें। कृषिमंत्री के मुताबिक, मौसम आधारित बीमा का भुगतान 45 दिन के अंदर कर दिया जाएगा।
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