अशोक गहलोत.
नई दिल्ली:
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत आज केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि जनता के साथ हर साल विश्वासघात हुआ है. सरकार हर साल करोड़ों करोड़ों ख़र्च कर जश्न मनाती है और जनता का पैसा लुटाती है. पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमत पर हमारे ज़माने में तमाशा बनाती थी आज ख़ुद जनता की जेब पर डाका डाल रही है.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस नरेंद्र मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर 26 मई को 'विश्वासघात दिवस' मनाएगी और जनता के समक्ष इस सरकार का 'पर्दाफाश' करेगी. सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श करके फैसला किया है कि 26 मई दिवस को पार्टी विश्वासघात दिवस मनाएगी. मोदी सरकार के विश्वासघात का जनता के समक्ष पर्दाफाश किया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि 26 मई को सभी राज्यों की राजधानियों और जिला स्तरों पर धरने और प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे. सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि यह सरकार भ्रष्टाचार, कालेधन, महंगाई, आतंकवाद और विदेश नीति को लेकर पूरी तरह विफल रही है.
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने 'विश्वासघात' शीर्षक वाला एक पोस्टर जारी किया. गहलोत ने कहा, 'मीडिया और आम लोग समझ गए हैं कि उनके साथ विश्वासघात हुआ. चार साल पहले खूब वादे किए गए थे और जनता ने भी खूब विश्वास जताया. लेकिन चार साल में इस कदर विश्वासघात हुआ कि उसकी कल्पना नहीं की जा सकती."
गहलोत ने कहा, ' ये लोग चाल, चरित्र और चेहरा अलग होने का दावा करते थे लेकिन इन्होंने अपने ही सिद्धांतों की धज्जियां उड़ा दीं.' कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, 'देश में अविश्वास, भय और हिंसा का माहौल है. हर वर्ग परेशान है. किसान परेशान है. युवा परेशान है. व्यापारी वर्ग परेशान है. सबके साथ विश्वासघात हुआ है." उन्होंने कहा, ' ये लोग विपक्ष में रहते हुए मंहगाई को लेकर तमाशा करते थे. आज देखिए कि पेट्रोल और डीजल की कीमत कहां पहुंच गई. आम लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है.'
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमत को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की, लेकिन यह सरकार तैयार नहीं हुई. उन्होंने आरोप लगाया, 'ये पाखंडी, फासीवादी लोग हैं. इनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं. महिलाओं और बच्चियों पर यौन हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं.' उन्होंने सवाल किया कि चुनाव में इतने पैसे खर्च किये जा रहे हैं. ये पैसे कहां आ रहे हैं?
गहलोत ने कहा कि अमित शाह ने कल कहा कि विधायक होटल में नहीं होते तो उनकी सरकार बनती. सवाल यह है कि आप कैसे सरकार बनाते? इसका मतलब ये लोग खरीद-फरोख्त करते.
गहलोत ने आरोप लगाया, ' पीयूष गोयल ने अपने 10 रुपये के शेयर 10 हजार रुपये बेचे औए वसुंधरा राजे के बेटे ने 10 रुपये के शेयर ललित मोदी को करीब एक लाख रुपये बेच दिए. इन मामलों की जांच क्यों नहीं हुई. आप सोच लीजिए कि ये किस तरह के लोग हैं.'
उन्होंने कहा कि अगला चुनाव कांग्रेस समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेगी और देश का भट्टा बैठा देने वाली इस फासीवादी सरकार को सत्ता से बाहर करेगी. गहलोत ने कहा कि कर्नाटक के घटनाक्रम ने सिद्ध कर दिया कि तमाम दबाव के बावजूद मीडिया काफी हद तक अपनी भूमिका निभा रहा है.
(इनपुट भाषा से भी)
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस नरेंद्र मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर 26 मई को 'विश्वासघात दिवस' मनाएगी और जनता के समक्ष इस सरकार का 'पर्दाफाश' करेगी. सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श करके फैसला किया है कि 26 मई दिवस को पार्टी विश्वासघात दिवस मनाएगी. मोदी सरकार के विश्वासघात का जनता के समक्ष पर्दाफाश किया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि 26 मई को सभी राज्यों की राजधानियों और जिला स्तरों पर धरने और प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे. सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि यह सरकार भ्रष्टाचार, कालेधन, महंगाई, आतंकवाद और विदेश नीति को लेकर पूरी तरह विफल रही है.
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने 'विश्वासघात' शीर्षक वाला एक पोस्टर जारी किया. गहलोत ने कहा, 'मीडिया और आम लोग समझ गए हैं कि उनके साथ विश्वासघात हुआ. चार साल पहले खूब वादे किए गए थे और जनता ने भी खूब विश्वास जताया. लेकिन चार साल में इस कदर विश्वासघात हुआ कि उसकी कल्पना नहीं की जा सकती."
गहलोत ने कहा, ' ये लोग चाल, चरित्र और चेहरा अलग होने का दावा करते थे लेकिन इन्होंने अपने ही सिद्धांतों की धज्जियां उड़ा दीं.' कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, 'देश में अविश्वास, भय और हिंसा का माहौल है. हर वर्ग परेशान है. किसान परेशान है. युवा परेशान है. व्यापारी वर्ग परेशान है. सबके साथ विश्वासघात हुआ है." उन्होंने कहा, ' ये लोग विपक्ष में रहते हुए मंहगाई को लेकर तमाशा करते थे. आज देखिए कि पेट्रोल और डीजल की कीमत कहां पहुंच गई. आम लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है.'
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमत को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की, लेकिन यह सरकार तैयार नहीं हुई. उन्होंने आरोप लगाया, 'ये पाखंडी, फासीवादी लोग हैं. इनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं. महिलाओं और बच्चियों पर यौन हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं.' उन्होंने सवाल किया कि चुनाव में इतने पैसे खर्च किये जा रहे हैं. ये पैसे कहां आ रहे हैं?
गहलोत ने कहा कि अमित शाह ने कल कहा कि विधायक होटल में नहीं होते तो उनकी सरकार बनती. सवाल यह है कि आप कैसे सरकार बनाते? इसका मतलब ये लोग खरीद-फरोख्त करते.
गहलोत ने आरोप लगाया, ' पीयूष गोयल ने अपने 10 रुपये के शेयर 10 हजार रुपये बेचे औए वसुंधरा राजे के बेटे ने 10 रुपये के शेयर ललित मोदी को करीब एक लाख रुपये बेच दिए. इन मामलों की जांच क्यों नहीं हुई. आप सोच लीजिए कि ये किस तरह के लोग हैं.'
उन्होंने कहा कि अगला चुनाव कांग्रेस समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेगी और देश का भट्टा बैठा देने वाली इस फासीवादी सरकार को सत्ता से बाहर करेगी. गहलोत ने कहा कि कर्नाटक के घटनाक्रम ने सिद्ध कर दिया कि तमाम दबाव के बावजूद मीडिया काफी हद तक अपनी भूमिका निभा रहा है.
(इनपुट भाषा से भी)
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