वृंदावन:
बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने जेएनयू विवाद पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे जेएनयू कैम्पस में राहुल गांधी के दौरे को लेकर शर्मिंदा होना चाहिए। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि 'राष्ट्रविरोधी नारेबाजी' को क्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कहा जा सकता है।
बीजेपी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा की एक बैठक को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि जेएनयू विवाद पार्टी के मुख्य मुद्दे राष्ट्रवाद के बारे में था। पार्टी की हिंदूत्ववादी पहचान को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्व के साथ गंगा आरती में भाग लिया और आशीर्वाद लेने के लिए नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर गए।
अमित शाह ने कहा कि पार्टी चाहती है कि भारत में शीर्ष आईटी और एमबीए पेशेवर हों, जो स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लें। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी मजाक बनाया और मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह ने मोदी के मुकाबले अधिक विदेश यात्राएं कीं, लेकिन उनके दौरों का खास असर नहीं पड़ा।
अमित शाह ने कहा, 'वह (मनमोहन सिंह) अपने साथ अंग्रेजी में लिखे दो पेज लेकर जाते थे और उन्हें पढ़ते थे। कई बार तो उन्होंने थाइलैंड के लिए लिखे गए भाषण को मलेशिया में पढ़ दिया और मलेशिया के लिए लिखे गए भाषण को थाइलैंड में पढ़ दिया... संयुक्त राष्ट्र में मोदीजी हिंदी में बोलते हैं और पूरा देश गर्व महसूस करता है।'
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार का सबसे बड़ा काम यह रहा है कि उसने देश की सीमाओं को सुरक्षित बना दिया है। युवाओं और किसानों के कल्याण के लिए चलाई गई केंद्र की कई योजनाओं के नाम गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने 'देश में चमत्कारी बदलाव' की शुरुआत कर दी है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
बीजेपी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा की एक बैठक को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि जेएनयू विवाद पार्टी के मुख्य मुद्दे राष्ट्रवाद के बारे में था। पार्टी की हिंदूत्ववादी पहचान को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्व के साथ गंगा आरती में भाग लिया और आशीर्वाद लेने के लिए नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर गए।
अमित शाह ने कहा कि पार्टी चाहती है कि भारत में शीर्ष आईटी और एमबीए पेशेवर हों, जो स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लें। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी मजाक बनाया और मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह ने मोदी के मुकाबले अधिक विदेश यात्राएं कीं, लेकिन उनके दौरों का खास असर नहीं पड़ा।
अमित शाह ने कहा, 'वह (मनमोहन सिंह) अपने साथ अंग्रेजी में लिखे दो पेज लेकर जाते थे और उन्हें पढ़ते थे। कई बार तो उन्होंने थाइलैंड के लिए लिखे गए भाषण को मलेशिया में पढ़ दिया और मलेशिया के लिए लिखे गए भाषण को थाइलैंड में पढ़ दिया... संयुक्त राष्ट्र में मोदीजी हिंदी में बोलते हैं और पूरा देश गर्व महसूस करता है।'
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार का सबसे बड़ा काम यह रहा है कि उसने देश की सीमाओं को सुरक्षित बना दिया है। युवाओं और किसानों के कल्याण के लिए चलाई गई केंद्र की कई योजनाओं के नाम गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने 'देश में चमत्कारी बदलाव' की शुरुआत कर दी है।
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