राहुल के प्रोफाइलिंग मुद्दे पर कांग्रेस ने संसद में कहा, पार्टियों को डराने की कोशिश कर रही सरकार

राहुल गांधी की फाइल फोटो

नई दिल्ली:

कांग्रेस ने आज संसद में राहुल गांधी के घर जाकर दिल्ली पुलिस द्वारा की गई पूछताछ का मुद्दा उठाया। राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार इस प्रकार के हथकंडे अपनाकर विरोधी पार्टियों को डराने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने कहा कि नई सरकार के बनने के बाद धर्म की आजादी पर अंकुश तो लगाने की कोशिश हो ही रही है साथ ही राजनीतिक दलों पर भी अंकुश लगाने की कोशिश हो रही है।

कांग्रेस ने मांग की कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह इस मुद्दे पर संसद में आकर जवाब दें। राज्यसभा में जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी इसी मुद्दे पर अपनी  बात रखी। उन्होंने ऐतिहासिक प्रसंगों का जिक्र करते हुए कहा कि यदि यह पहले से चला आ रहा है तो पहले तमाम नेताओं और वीआईपी लोगों का प्रोफाइल क्यों नहीं  बना। उन्होंने कहा कि इस मामले की समिति से जांच हो और राजनीतिक लोगों की जासूसी रोकी जाए।

सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस का दावा है कि मेरे घर पर भी पुलिस भेजी थी। उन्होंने गुजरात में कथित महिला की जासूसी के मुद्दे को भी उठाया। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नरेश अग्रवाल के कुछ उठाए ऐसे मुद्दों को संसद में नहीं उठाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि 1987 में कांग्रेस सरकार द्वारा ऐसी प्रोफाइलिंग बनाने का काम आरंभ किया गया। जूते की नाप के मामले में भी उन्होंने राजीव गांधी की हत्या का उदाहरण दिया जहां से उनके शव की पहचान उनके जूते से हो पाई थी।

जेटली ने कहा कि सुरक्षा पहलुओं के बारे में जानकारी जुटाने का काम जिनके जिम्मे है उन्हें ही करने दिया जाए।

उन्होंने कहा कि 9 जून 2011 को अटल बिहारी वाजपेयी का भी प्रोफाइल तैयार किया गया। सोनिया गांधी का भी प्रोफाइल तैयार किया गया और हर दो साल में यह काम किया जाता है।

इस मुद्दे को राज्यसभा उपसभापति पीजे कुरियन द्वारा खारिज कर दिए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी के सांसदों के साथ कुछ विरोधी दलों के सांसदों ने सदन से वॉक ऑउट भी किया।

उधर, दिल्ली पुलिस के प्रमुख बीएस बस्सी ने इस पूरे प्रकरण के संबंध में गृहराज्यमंत्री किरिन रिजिजू को रिपोर्ट सौंप दी है। माना जा रहा है कि वह संसद में बयान दे सकते हैं।

बता दें कि हाल ही में दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी राहुल गांधी के घर गए थे।

कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस अधिकारी ने राहुल के कर्मचारियों से कई बेतुके सवाल पूछे। जैसे राहुल की आंखों का रंग क्या है? वो किस तरह के जूते पहनते हैं? उनके करीबी दोस्त कौन-कौन हैं?

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हालांकि दिल्ली पुलिस ने सफ़ाई में कहा था कि ये रुटीन पूछताछ थी और कुछ नहीं। लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जासूसी का ये मॉडल गुजरात में तो चल सकता है, लेकिन दिल्ली में नहीं चल सकता।