देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस आज अपना 134वां स्थापना दिवस मना रही है. शुक्रवार की सुबह कांग्रेस के मुख्यालय पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी पार्टी दफ्तर पहुंचे. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए आभार जताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर हम उन करोड़ों कार्यकर्ताओं, पुरुषों और महिलाओं की निःस्वार्थ सेवा और योगदान का जश्न मनाते हैं और उन्हें स्वीकार करते हैं जिन्होंने कई सालों तक पार्टी के निर्माण और इसके बने रहने में मदद की. हम नेपथ्य के इन नायकों के प्रति आभार और सम्मान प्रकट करते हैं. मैं इन सभी को सलाम करता हूं.''
एक अन्य ट्वीट में प्रसिद्ध कवयित्री, स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस नेत्री सरोजिनी नायडू की कही बात का जिक्र किया गया जिसमें उन्होंने देश के लिए 'प्रेम और बलिदान' को आदर्श बताया था. कांग्रेस की स्थापना वर्ष 1885 में एक ब्रिटिश प्रशासनिक अधिकारी एलन ऑक्टेवियन ह्यूम द्वारा की गई थी.
On #CongressFoundationDay let us celebrate & acknowledge the selfless service & contributions of millions of Congress workers, men & women, who have helped build & sustain the Congress party over the ages. We owe these unsung heroes our gratitude & respect.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 28, 2018
I salute them all. pic.twitter.com/nJyHZmcIXd
इससे पहले राहुल गांधी ने ध्वजारोहण किया और केक काटकर जश्न मनाया. केक काटने के मौके पर राहुल के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहे. ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मिलकर केक काटा. कांग्रेस के स्थापना दिवस कार्यक्रम के मौके पर पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा, संगठन महासचिव अशोक गहलोत व कई अन्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. कार्यक्रम के बाद अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, ''133 साल पहले आज ही के दिन दुनिया का सबसे बड़ा जनांदोलन शुरू हुआ था. इसके बाद से यह आंदोलन राष्ट्र निर्माण के प्रति खुद को समर्पित रखे हुए है." उन्होंने कहा, ''इतिहास गवाह है कि जिन्होंने भी इस आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की वे खुद इतिहास बन गए. यह आंदोलन कांग्रेस है.''
Today,133 years ago,the world's largest public movement began
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) December 28, 2018
Since then this movement has tirelessly dedicated itself to free, unite & build the nation
History is a witness,those who tried to finish this movement have themselves become history
This movement is the Congress
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं