कांग्रेस नेता शशि थरूर (फाइल फोटो).
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा ने गैर-हिंदी भाषी योग शिक्षकों और चिकित्सकों को एक वेबिनार छोड़ने के लिए कहा. थरूर ने भाजपा को "टुकडे-टुकडे" करार दिया जो कि बीजेपी नेता अक्सर अपने विरोधियों के लिए इस्तेमाल करते हैं.
थरूर ने ट्वीट किया,"यह असाधारण है जब भारत सरकार का सचिव तमिलों को एक वेबिनार छोड़ने के लिए कहता है अगर वे उसकी हिंदी नहीं समझ सकते हैं! सत्ता में अब टुकड़े-टुकडे़ गिरोह है! भारत की मेहनत से बनी एकता को नष्ट करने के लिए?. ” एक 40-सेकंड की वीडियो क्लिप में कथित तौर पर कोटेचा को यह कहते हुए देखा जा सकता है: "जो कोई भी अंग्रेजी चाहता है वह छोड़ सकता है ... मैं हिंदी में सहज हूं और हिंदी में बोलना पसंद करूंगा ..." . NDTV वीडियो की प्रामाणिकता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं करता है.
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मामले में कोटेचा का कहना है कि उनकी टिप्पणियों को लेकर जो दावा किया जा रहा है उसमें हेरफेर की गई है. वेबिनार में शामिल लोगों ने कहा कि उन्होंने भाषा की समस्या को समझाने की कोशिश की थी.
डीएमके सांसद कनिमोझी ने मामले में केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा,"मैंने आग्रह किया कि आप जांच का आदेश दें ... और उन सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें, जिन्होंने भाषा के आधार पर हमारे साथी नागरिकों के साथ भेदभाव (भेदभावपूर्ण) व्यवहार किया है."
बता दें कि तमिलनाडु ने केंद्र सरकार के तीन-भाषी फार्मूले को खारिज कर दिया है.
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