कर्नाटक में कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक केएन रजन्ना का कहना है कि जी. परमेश्वरा पीएम मोदी के शपथग्रहण तक ही उप मुख्यमंत्री हैं, इसके बाद न वह मंत्री रहेंगे और न यह सरकार सत्ता में रहेगी. अगले महीने की 10 तारीख तक सरकार गिर जाएगी. वहीं कर्नाटक सरकार में मंत्री बीएन पाटिल ने कहा है कि कोई भी बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहा है. बीजेपी ने पहले भी सरकार गिराने की कोशिश की थी लेकिन कर्नाटक सरकार कार्यकाल पूरा करेगी. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 25 सीटें जीतकर कांग्रेस-जेडीएस सरकार को दबाव में ला दिया है. वहीं कांग्रेस के 2 विधायकों के बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकात करने की खबर है. हालांकि दोनों विधायकों ने इस मुलाकात को औपचारिक बताया है. वहीं लोकसभा चुनाव में हार के बाद जदएस-कांग्रेस गठबंधन के टूटने की आशंकाओं के बीच कर्नाटक भाजपा प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को कहा कि पार्टी ऐसी हालत में विधानसभा का नया चुनाव कराने की पक्षधर है. उन्होंने नयी सरकार के गठन के लिये क्षेत्रीय पार्टी के साथ साझेदारी से भी इनकार कर दिया.
येदियुरप्पा ने जेडीएस के समर्थन से सरकार बनाने से किया मना, कहा- नहीं दोहराना चाहते गलतियां
कांग्रेस नेता केएन रजन्ना का बयान
KN Rajanna Congress leader & Former MLA: G. Parameshwara will remain as the Deputy Chief Minister till the Prime Minister takes oath, after that he will not be minister and this government will not remain in power as it will collapse next month after 10th June. pic.twitter.com/rukxPUWIah
— ANI (@ANI) May 27, 2019
कर्नाटक सरकार में मंत्री एमबी पाटिल का बयान
Karnataka Minister M B Patil: None of our MLAs will switch to BJP. They (BJP) have tried it (to topple government) in the past, they will also try it in the future but this government will complete its full term. pic.twitter.com/ko3s9Xq7dR
— ANI (@ANI) May 27, 2019
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘जदएस की मदद से सरकार बनाना असंभव है. कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री रहते हुए मुझे 20-20 शासन का कड़वा अनुभव रहा है.'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं गलतियां दोहराना नहीं चाहता.''एक सवाल के जवाब में येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी राज्य में फिर से चुनाव कराने का पक्षधर है.
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के सामने खड़े हो गए यह 6 बड़े संकट...
आपको बता दें कि साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन वह बहुमत से दूर रह गई. लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बना ली और कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बन गए. सरकार बनने के बाद कुमारस्वामी और कांग्रेस के बीच मतभेद की भी खबरें खूब आई हैं और कई बार इन बातों को जिक्र करते हुए सीएम कुमारस्वामी की आंखों में आंसू आ गए. फिलहाल कर्नाटक सरकार पर संकट मंडरा रहा है.
कर्नाटक में बीजेपी की जीत के बाद गठबंधन पर उठे सवाल
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