
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच जारी विवाद अब दिल्ली दरबार में पहुंचने की उम्मीद है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य सरकार की शिकायत की है. शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्यपाल ने अपनी चिंता से अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि राज्य में हालात चिंताजनक है. दिल्ली में गृह मंत्री के आवास पर एक बैठक में, श्री धनखड़ ने बंगाल सरकार को कोविड-19 संकट के कथित दुरुपयोग के बारे में बताया. राज्यपाल ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को असामान्य रूप से अभाव बताया. "मौतें और संक्रमण के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं," उन्होंने कहा, और लोग "इस गंभीर स्थिति में गहरी चिंता में हैं."
राज्यपाल ने राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को लेकर भी गृहमंत्री से शिकायत की है. चक्रवात अम्फान के पीड़ितों को राहत वितरण और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी का शिक्षा क्षेत्र का राजनीतिक नियंत्रण होने पर भी उन्होंने चितां जताया. राज्यपाल ने गृह मंत्री के नोटिस में अनुसूचित जाति मटुआ समुदाय पर चल रहे संकट को भी सामने लाया, जो राज्य में काफी मजबूत चुनावी आधार रखते हैं.
हालांकि बातचीत का विस्तार से ब्यौरा उपलब्ध नहीं है लेकिन राज्यपाल धनखड़ ने कानून व्यवस्था की स्थिति को "चिंताजनक और खतरनाक हालत में होने की बात कही है". उन्होंने हेमताबाद विधायक की मौत के बारे में ट्वीट किया है, जिनका शव उत्तर दिनाजपुर जिले के एक बाजार में लटका हुआ पाया गया था और हत्या को आत्महत्या के रूप में पुलिस द्वारा कवर किए जाने की संभावना पर सवाल उठाया था.
चोपड़ा की ताजा हिंसा पर चर्चा होने की संभावना है. जहां रविवार को, एक किशोर लड़की को मृत पाया गया और उसके परिवार ने गैंगरेप और हत्या का दावा किया था. लेकिन पुलिस की तरफ से जारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी कर जहर खाने से मौत होने की संभावना व्यक्त की थी. शुक्रवार को, राज्यपाल ने राज्य में शिक्षा को "राजनीतिक रूप से बंदी और नियंत्रित" होने की बात कहीं थी. हालांकि राज्यपाल की शिकायतों पर गृह मंत्री की तरफ से क्या
प्रतिक्रिया रही इसके बार में राज्यपाल की तरफ से कुछ भी नहीं कहा गया है.
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