नई दिल्ली:
कोयला ब्लॉकों के लिए आवेदन करने के दौरान गलत तथ्य पेश करने के सिलसिले में छत्तीसगढ़ आधारित एक कंपनी के खिलाफ सीबीआई ने एक नया मामला दर्ज किया है और देश भर में 11 स्थानों पर छापे भी मारे हैं।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पुष्प स्टील एंड माइंस लिमिटेड और अतुल जैन तथा संजय जैन सहित इसके कई निदेशकों का नाम नई प्राथमिकी में है। इससे कोयला आवंटन घोटाले में दर्ज मामलों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
मामलों के दर्ज किए जाने के बाद एजेंसी ने रायपुर, छत्तीसगढ़, हरियाणा के नरवाना तथा दिल्ली के अजमेरी गेट और पंजाबी बाग इलाके में कंपनी के कार्यालयों और इसके निदेशकों के परिसरों में छापे मारे। सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि छत्तीसगढ़ सरकार की सिफारिश के आधार पर कंपनी को खनन का पट्टा मिला, जबकि उसके पास कोई अनुभव नहीं था और खनन गतिविधि शुरू करने के लिए उसके पास पर्याप्त मात्रा में पूंजी का भी अभाव था।
जांच एजेंसी ने इससे पहले कुछ कंपनियों पर कथित धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा करने तथा अपने आवेदनों में गलत तथ्य पेश करने को लेकर मामला दर्ज किया था। गौरतलब है कि पिछले साल केंद्रीय सतर्कता आयोग ने कोयला खान आवंटन में कथित अनियमितता के बारे में बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इस शिकायत के बाद कांग्रेस के सांसदों ने भी एनडीए कार्यकाल के दौरान कोयला ब्लॉक आवंटन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पुष्प स्टील एंड माइंस लिमिटेड और अतुल जैन तथा संजय जैन सहित इसके कई निदेशकों का नाम नई प्राथमिकी में है। इससे कोयला आवंटन घोटाले में दर्ज मामलों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
मामलों के दर्ज किए जाने के बाद एजेंसी ने रायपुर, छत्तीसगढ़, हरियाणा के नरवाना तथा दिल्ली के अजमेरी गेट और पंजाबी बाग इलाके में कंपनी के कार्यालयों और इसके निदेशकों के परिसरों में छापे मारे। सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि छत्तीसगढ़ सरकार की सिफारिश के आधार पर कंपनी को खनन का पट्टा मिला, जबकि उसके पास कोई अनुभव नहीं था और खनन गतिविधि शुरू करने के लिए उसके पास पर्याप्त मात्रा में पूंजी का भी अभाव था।
जांच एजेंसी ने इससे पहले कुछ कंपनियों पर कथित धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा करने तथा अपने आवेदनों में गलत तथ्य पेश करने को लेकर मामला दर्ज किया था। गौरतलब है कि पिछले साल केंद्रीय सतर्कता आयोग ने कोयला खान आवंटन में कथित अनियमितता के बारे में बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इस शिकायत के बाद कांग्रेस के सांसदों ने भी एनडीए कार्यकाल के दौरान कोयला ब्लॉक आवंटन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।