केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में क्लीन चिट दे दी गई है। दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गवाहों के बयान के आधार पर थरूर को यह क्लीन चिट दी गई है।
इससे पहले, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सूत्रों ने रविवार को कहा था कि सुनंदा पुष्कर के शरीर में शराब के अंश नहीं पाए गए, हालांकि अवसाद रोधी दवा की अत्याधिक मात्रा में मौजूदगी की संभावना है।
सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम कल एम्स में डॉक्टरों के तीन सदस्यीय बोर्ड ने किया था। डाक्टरों ने कहा था कि सुनंदा की मौत 'अचानक और अस्वाभाविक' है।
एम्स सूत्रों ने कहा कि डॉक्टरों को शरीर में शराब के कोई अंश नहीं मिले हैं। लेकिन मानसिक परेशानी में इस्तेमाल की जाने वाली दवा एलप्राजोलम की मौजूदगी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
जांचकर्ताओं को होटल के कमरे से एलप्राक्स की खाली पट्टी मिली थी। मीडिया की खबरों में आशंका जताई गई थी कि शराब और अवसाद रोधी दवा का संयोजन मौत का कारण बना होगा।
सूत्रों ने बताया कि घटना की जांच कर रहे एसडीएम आलोक शर्मा ने अब तक आठ लोगों के बयान दर्ज किए हैं जिनमें सुनंदा के पति एवं केंद्रीय मंत्री शशि थरूर, उनका स्टाफ तथा पत्रकार नलिनी सिंह भी शामिल हैं।
एसडीएम घटनाक्रम को लेकर बयानों का अध्ययन कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि एसडीएम ने थरूर से पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ उनके कथित संबंधों और इससे संबंधित विवाद के बारे में पूछा।
एसडीएम अपराह्न 3 बजे से लेकर शाम 7 बजे के बीच के शुक्रवार के सुनंदा के फोन रिकॉर्ड की भी जांच कर रहे हैं। शर्मा ने पुलिस को पत्र लिखकर अब तक के जांच परिणाम साझा करने को कहा है।
सूत्रों ने कहा कि एम्स के डाक्टरों की समिति संभवत: मंगलवार तक एसडीएम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप देगी।
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