दिल्ली में शिवराज सिंह चौहान
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को पत्रकार अक्षय सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर जा सकते हैं। व्यापमं घोटाले की रिपोर्टिंग करने के दौरान पिछले शनिवार को ही अक्षय की मृत्यु हो गई थी। विदेशमंत्री सुषमा स्वराज से एक मुलाकात के सिलसिले में मुख्यमंत्री दिल्ली आए हुए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से व्यापमं मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी, लेकिन बुधवार को कोर्ट ने यह कहकर मामले में फैसला देने से इनकार कर दिया था कि सीबीआई जांच का निर्णय लेना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 से अब तक इस घोटाले से जुड़े 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें अक्षय सिंह भी शामिल हैं। वह उस परिवार से बातचीत कर रहे थे, जिनकी बेटी नम्रता दामोर का 2012 में देहांत हो गया था। बातचीत के दौरान ही अक्षय के मुंह से झाग निकलने लगे और वह गिर गए। दिल्ली के इस पत्रकार ने व्यापमं घोटाले के कई पहलुओं को देश के सामने लाने का काम किया था।
बुधवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी अक्षय के परिवार से मुलाकात की थी। वहीं, बीते रविवार को अक्षय के अंतिम संस्कार में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे। दोनों की पार्टियों ने मांग की है कि अक्षय के मौत की स्वतंत्र जांच मध्य प्रदेश के बाहर करवाई जाए।
बुधवार सुबह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने भी अक्षय सिंह के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद सिसोदिया ने मीडिया से कहा, "अक्षय का परिवार सदमे में है... उनकी माली हालत भी ठीक नहीं है, क्योंकि अक्षय ने ही घर की ज़िम्मेदारी उठा रखी थी... हम उनके परिवार की मदद करेंगे... अगर ज़रूरत पड़ी तो परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जा सकती है, जो उनकी बहन को भी मिल सकती है..."
मध्य प्रदेश में अक्षय सिंह के शरीर का पोस्टमार्टम हुआ और उनके विसरा सैंपल को दिल्ली के एम्स में भेजा गया, जो उसे सेंट्रल फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजेंगे।
गौरतलब है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से व्यापमं मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी, लेकिन बुधवार को कोर्ट ने यह कहकर मामले में फैसला देने से इनकार कर दिया था कि सीबीआई जांच का निर्णय लेना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 से अब तक इस घोटाले से जुड़े 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें अक्षय सिंह भी शामिल हैं। वह उस परिवार से बातचीत कर रहे थे, जिनकी बेटी नम्रता दामोर का 2012 में देहांत हो गया था। बातचीत के दौरान ही अक्षय के मुंह से झाग निकलने लगे और वह गिर गए। दिल्ली के इस पत्रकार ने व्यापमं घोटाले के कई पहलुओं को देश के सामने लाने का काम किया था।
बुधवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी अक्षय के परिवार से मुलाकात की थी। वहीं, बीते रविवार को अक्षय के अंतिम संस्कार में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे। दोनों की पार्टियों ने मांग की है कि अक्षय के मौत की स्वतंत्र जांच मध्य प्रदेश के बाहर करवाई जाए।
बुधवार सुबह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने भी अक्षय सिंह के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद सिसोदिया ने मीडिया से कहा, "अक्षय का परिवार सदमे में है... उनकी माली हालत भी ठीक नहीं है, क्योंकि अक्षय ने ही घर की ज़िम्मेदारी उठा रखी थी... हम उनके परिवार की मदद करेंगे... अगर ज़रूरत पड़ी तो परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जा सकती है, जो उनकी बहन को भी मिल सकती है..."
मध्य प्रदेश में अक्षय सिंह के शरीर का पोस्टमार्टम हुआ और उनके विसरा सैंपल को दिल्ली के एम्स में भेजा गया, जो उसे सेंट्रल फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजेंगे।
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