बंदूकधारियों ने व्यापारी से बंदूक की नोक पर भारत विरोधी नारे लगवाए...
श्रीनगर:
श्रीनगर उपचुनाव में वोटिंग में जमकर हिंसा हुई थी. एक सप्ताह बाद एक वीडियो सामने आया है जिसमें सत्ताधारी पार्टी पीडीएफ और दक्षिण कश्मीर का व्यापारी बंदूक की नोक पर भारत विरोधी नारे लगाते हुए नजर आ रहा है. पार्टी का कहना है कि यह वीडियो एक सप्ताह पहले उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए रिकॉर्ड किया गया था. उपचुनाव में अलगाववादियों ने बहिष्कार किया था.
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बंदूकधारियों का एक समूह वली मुहम्मद भट्ट के घर पर आ धमका. सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए वीडियो में भट्ट को घबराया हुआ दिखाया गया है. एके -47 ताने कुछ लोग खड़े हैं. वीडियो में भट्ट भारत विरोधी नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं. एक और वीडियो सामने आया है जिसमें एक यूनियन लीडर बशीर अहमद वानी को भारत विरोधी नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया है.
हालांकि, अभी तक केस दर्ज नहीं किया गया है और भट्ट से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है. पीडीएफ के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि घटना के बाद कार्यकर्ता को मीडिया के सामने आने से रोका जा रहा है.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट के 38 मतदान केंद्रों पर 12 अप्रैल को हुए पुनर्मतदान में सिर्फ 2.02 फीसदी वोटिंग हुई थी. कश्मीर में यह अब तक का सबसे कम मतदान है. हलांकि, मतदान केंद्रों पर हिंसा की कोई बड़ी वारदात नही हुई. सभी जगह शांति या फिर कहे खामोशी छाई रही. बडगाम जिले के चादूरा, चरार-ए-शरीफ, खानसाहिब और बीरवाह तहसील के 38 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान के आदेश दिए गए थे, क्योंकि यहां रविवार को हुए चुनाव के दौरान बिंसा से मतदान ठीक से नही पाया था. यहां भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद में दक्षिन कश्मीर अशांति से गुजर रहा है.
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बंदूकधारियों का एक समूह वली मुहम्मद भट्ट के घर पर आ धमका. सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए वीडियो में भट्ट को घबराया हुआ दिखाया गया है. एके -47 ताने कुछ लोग खड़े हैं. वीडियो में भट्ट भारत विरोधी नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं. एक और वीडियो सामने आया है जिसमें एक यूनियन लीडर बशीर अहमद वानी को भारत विरोधी नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया है.
हालांकि, अभी तक केस दर्ज नहीं किया गया है और भट्ट से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है. पीडीएफ के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि घटना के बाद कार्यकर्ता को मीडिया के सामने आने से रोका जा रहा है.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट के 38 मतदान केंद्रों पर 12 अप्रैल को हुए पुनर्मतदान में सिर्फ 2.02 फीसदी वोटिंग हुई थी. कश्मीर में यह अब तक का सबसे कम मतदान है. हलांकि, मतदान केंद्रों पर हिंसा की कोई बड़ी वारदात नही हुई. सभी जगह शांति या फिर कहे खामोशी छाई रही. बडगाम जिले के चादूरा, चरार-ए-शरीफ, खानसाहिब और बीरवाह तहसील के 38 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान के आदेश दिए गए थे, क्योंकि यहां रविवार को हुए चुनाव के दौरान बिंसा से मतदान ठीक से नही पाया था. यहां भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद में दक्षिन कश्मीर अशांति से गुजर रहा है.
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