Chandrayaan 2: भारत के महत्वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान 2 के चांद पर उतरने को लेकर सस्पेंस बन गया है. फिलहाल इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गया है. इसरो ने बताया कि चांद से 2.1 किमी दूर तक चंद्रयान-2 से संपर्क था, लेकिन फिलहाल संपर्क टूट गया है. इसरो चीफ के मुताबिक अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है. इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि लैंडर ‘विक्रम' को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है. इस मौके पर इसरो मुख्यालय में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा, 'उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, ये क्षण हौसला रखने के हैं, और हम हौसला रखेंगे. हमें उम्मीद है और अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में हम कठिन परिश्रम करना जारी रखेंगे.'
मिशन Chandrayaan-2 Updates :
Indian Space Research Organisation (ISRO): Prime Minister Narendra Modi will address the nation from ISRO Control Centre, today (September 07, 2019) at 8 AM. (file pic) pic.twitter.com/HFHR3gHzM7
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Deviprasad Karnik, scientist ISRO, on being asked if Vikram Lander has crashed: Data is being analysed. We don't have any result yet. It takes time. We are not sure. pic.twitter.com/fo3AZDwhek
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Congratulations to the team at #ISRO for their incredible work on the Chandrayaan 2 Moon Mission. Your passion & dedication is an inspiration to every Indian. Your work is not in vain. It has laid the foundation for many more path breaking & ambitious Indian space missions.
- Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 6, 2019
ISRO's achievement with getting Chandrayaan-2 so far has made every Indian proud.
- Amit Shah (@AmitShah) September 6, 2019
India stands with our committed and hard working scientists at @isro.
My best wishes for future endeavours.
What a phenomenal achievement!!!! We are there..... we shall remain hopeful and courageous and have no doubt that we will cover the last mile.....SOON
- Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 6, 2019
#WATCH PM Narendra Modi at ISRO: There are ups and downs in life. This is not a small achievement. The nation is proud of you. Hope for the best. I congratulate you. You all have done a big service to nation, science and mankind. I am with you all the way, move forward bravely. pic.twitter.com/Iig1a8EuKD
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Rough breaking of #VikramLander ends and Fine braking phase starts. #Chandrayaan2 pic.twitter.com/FQnI470yFs
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Karnataka: Scientists at #ISRO monitor, as #VikramLander begins its descent on the south pole of the moon. Prime Minister Narendra Modi is also present there. #Chandrayaan2Landing pic.twitter.com/zD9aAZ0Mca
- ANI (@ANI) September 6, 2019
ISRO's #VikramLander begins its descent to the South Pole region of the moon. #Chandrayaan2Landing pic.twitter.com/Ook6IH3kl1
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Karnataka: PM Modi at the #ISRO Centre in Bengaluru to watch the soft landing of Vikram lander on South Pole region of moon. 60 students from across the country, who were selected through ISRO's 'Space Quiz' competition will watch the landing along with PM. #Chandrayaan2 pic.twitter.com/e166MErF9X
- ANI (@ANI) September 6, 2019
चांद की ओर इसरो का मिशन चंद्रयान 2 अब तक के सबसे जटिल दौर से गुज़रने को तैयार है. शुक्रवार और शनिवार की आधी रात चंद्रयान से निकला विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने जा रहा है. इसरो के वैज्ञानिकों के लिए पंद्रह मिनट इस मिशन की सबसे बड़ी चुनौती रहेंगे, क्योंकि विक्रम लैंडर और उसमें रखे गए प्रज्ञान रोवर को बिना किसी नुकसान के चांद की सतह पर उतारना है. इस छोटे से अंतराल को 15 Minutes of Terror यानी डर से भरे पंद्रह मिनट भी कहा जा रहा है. एनडीटीवी से खास बातचीत में ISRO के चेयरमैन डॉ. के सिवन ने बताया कि चांद की सतह से 30 किलोमीटर ऊपर से लैंडिंग की शुरुआत होगी. इसमें कुल 15 मिनट लगेंगे. इसरो ने चांद की सतह पर उतरने से जुड़ा ये अभियान पहले कभी अंजाम नहीं दिया.
भारत के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 2 का लैंडर 'विक्रम' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने जा रहा है. उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लोगों को लाइव देखने के लिए आग्रह किया है. पीएम मोदी ने चंद्रयान-2 से जुड़े कई ट्वीट किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''130 करोड़ भारतीय जिस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, वह समय आ गया. अब से कुछ घंटों में, चंद्रमा की दक्षिण ध्रुव के सतह पर चंद्रयान-2 होगा. भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का शानदार काम दिखाई देगा. मैं भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में शानदार पल का गवाह बनने के लिए बेंगलुरु के इसरो केंद्र में आने के लिए बेहद उत्साहित हूं. उन विशेष पलों को देखने के लिए विभिन्न राज्यों के युवा भी मौजूद रहेंगे. भूटान के युवा भी होंगे.''
'चंद्रयान-2' के साथ ही भारत दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने इससे पहले चांद पर अपने यान भेजे हैं. चंद्रयान में जो लैंडर तैनात है उसका नाम 'विक्रम' है. 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' को यान में लगे कम से कम आठ उपकरणों द्वारा अंजाम दिया जाएगा. 'विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा. 'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' होगा, जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा. शनिवार तड़के यान के लैंडर के चांद पर उतरने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसे होगी.
चंद्रयान 2 मिशन के तहत लैंडर 'विक्रम' अपने भीतर रोवर 'प्रज्ञान' को लिए चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. लैंडर अपनी चंद्र कक्षा से सुबह 1:40 बजे नीचे की तरफ जाना शुरू करेगा, और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लगभग 1:55 बजे सतह को छुएगा. ISRO ने इस लैंडिंग के लिए निर्धारित समय 1:30 बजे से 2:30 बजे के बीच रखा है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से लैस रोवर 'प्रज्ञान' सुबह लगभग 5:30 से 6:30 बजे के बीच लैंडर 'विक्रम' से बाहर आएगा. (ISRO ने यह वक्त चंद्रमा की सतह पर धूल के बैठ जाने को ध्यान में रखकर निर्धारित किया है.
चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' को यान में समन्वित ढंग से लगे कम से कम आठ उपकरणों द्वारा अंजाम दिया जाएगा. 'विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा. 'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' होगा जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा. शनिवार तड़के यान के लैंडर के चांद पर उतरने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसे होगी. अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं. इसके साथ दो के. ए बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं. लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा.
Details of India's #Chandrayaan2 Mission: The mission's payloads consists of Terrain Mapping Camera-2, Large Area Soft X-ray Spectrometer, Solar X-Ray Monitor, Imaging IR Spectrometer among others pic.twitter.com/LfElWB2uOZ
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Details of India's #Chandrayaan2 Mission: VIKRAM- #Chandrayaan2's lander, is named after Dr Vikram A Sarabhai, the Father of the Indian Space Programme. It is designed to function for one lunar day, which is equivalent to about 14 Earth days. pic.twitter.com/d5ncwYgBLY
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Karnataka: Prime Minister Narendra Modi arrives at Bengaluru Airport; received by CM BS Yeddiyurappa. He will reach ISRO centre in Bengaluru tonight ahead of landing of #Chandrayaan2 on the moon. pic.twitter.com/Bc9RngfjPl
- ANI (@ANI) September 6, 2019
Details of India's #Chandrayaan2 mission: Chandrayaan 2 is an Indian lunar mission that will boldly go where no country has ever gone before-- the Moon's south polar
- ANI (@ANI) September 6, 2019
region. #Chandrayan2landing pic.twitter.com/My4LM2HB4P
Indian Space Research Organisation (ISRO) Chairman K Sivan to ANI on #Chandrayaan2Landing: We're going to land at a place where no one else has gone before. We're confident about the soft landing. We're waiting for tonight. (File pic) pic.twitter.com/rfBLWnKgJp
- ANI (@ANI) September 6, 2019