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5 years ago
नई दिल्ली:

Chandrayaan 2: भारत के महत्‍वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान 2 के चांद पर उतरने को लेकर सस्‍पेंस बन गया है. फिलहाल इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गया है. इसरो ने बताया कि चांद से 2.1 किमी दूर तक चंद्रयान-2 से संपर्क था, लेकिन फिलहाल संपर्क टूट गया है. इसरो चीफ के मुताबिक अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है. इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि लैंडर ‘विक्रम' को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है. इस मौके पर इसरो मुख्‍यालय में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. उन्‍होंने कहा, 'उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, ये क्षण हौसला रखने के हैं, और हम हौसला रखेंगे. हमें उम्मीद है और अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में हम कठिन परिश्रम करना जारी रखेंगे.'

मिशन Chandrayaan-2 Updates :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट जाने के मद्देनजर आज सुबह आठ बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे.

चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर के क्रैश होने के सवाल पर इसरो के वैज्ञानिक देवीप्रसाद कार्णिक ने कहा, 'डाटा का विश्‍लेषण किया जा रहा है. हमें अभी तक कोई परिणाम नहीं मिला है. इसमें समय लगता है.'

इसरो प्रमुख के सिवन का हौसला बढ़ाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
राहुल गांधी ने चंद्रयान 2 मिशन के लिए इसरो की टीम को बधाई दी और कहा कि आपका जोश और समर्पण हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत है.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, चंद्रयान 2 के साथ इसरो की उपलब्धि ने हर भारतीय को गौरवान्वित किया है. भारत अपने परिश्रमी वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है.'

चंद्रयान 2 मिशन को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा, 'हमें उम्‍मीद नहीं छोड़नी चाहिए.'

Chandrayaan 2: पीएम मोदी ने कहा, ये कोई छोटी उपलब्धि नहीं है जो आपने किया, पूरा देश आप पर गर्व करता है. मेरी तरफ से आप सभी को बहुत बधाई. आपने देश की और विज्ञान की बहुत बड़ी सेवा की है. मैं पूरी तरह आपके साथ हूं. हमारी यात्रा आगे भी जारी रहेगी. आप हिम्‍मत के साथ चलें.

Chandrayaan 2: इसरो के प्रमुख ने कहा, विक्रम लैंडर से संपर्क टूटा.
Chandrayaan 2: इसरो के कंट्रोल रूम में विक्रम लैंडर से सिग्‍नल का इंतजार करते वैज्ञानिक, थोड़ी देर में देंगे जानकारी.
इसरो प्रमुख ने तनाव भरे पलों के बीच पीएम मोदी को दी मिशन की जानकारी.
Chandrayaan2: चंद्रमा की सतह के काफी करीब पहुंचा विक्रम लैंडर.
Chandrayaan2: विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग का रफ फेस सफलतापूर्वक पूरा किया गया, गति को करीब 48 मीटर/सेकेंड तक घटाया गया.

Chandrayaan2: विक्रम लैंडर की गति कम होना शुरू, इसे 0 मीटर/सेकेंड तक पहुंचाया जाएगा.

Chandrayaan2: विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू, अगले 15 मिनट होंगे बेहद महत्‍वपूर्ण.

Chandrayaan2: इसरो के मुख्‍यालय पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विक्रम लैंडर की चंद्रमा पर लैंडिंग के बनेंगे साक्षी.

चंद्रयान-2 के लिए आखिरी के 15 मिनट क्यों हैं सबसे मुश्किल? बता रहे हैं- ISRO के चेयरमैन
चांद की ओर इसरो का मिशन चंद्रयान 2 अब तक के सबसे जटिल दौर से गुज़रने को तैयार है. शुक्रवार और शनिवार की आधी रात चंद्रयान से निकला विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने जा रहा है. इसरो के वैज्ञानिकों के लिए पंद्रह मिनट इस मिशन की सबसे बड़ी चुनौती रहेंगे, क्योंकि विक्रम लैंडर और उसमें रखे गए प्रज्ञान रोवर को बिना किसी नुकसान के चांद की सतह पर उतारना है. इस छोटे से अंतराल को 15 Minutes of Terror यानी डर से भरे पंद्रह मिनट भी कहा जा रहा है. एनडीटीवी से खास बातचीत में ISRO के चेयरमैन डॉ. के सिवन ने बताया कि चांद की सतह से 30 किलोमीटर ऊपर से लैंडिंग की शुरुआत होगी. इसमें कुल 15 मिनट लगेंगे. इसरो ने चांद की सतह पर उतरने से जुड़ा ये अभियान पहले कभी अंजाम नहीं दिया.
चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' के चांद पर उतरने के कुछ घंटे बाद इसके भीतर से रोवर 'प्रज्ञान' बाहर निकलेगा और अपने छह पहियों के जरिए चंद्र सतह पर चहलकदमी करेगा. 'विक्रम' की 'सॉफ्ट लैंडिंग' की घड़ी अब बिल्कुल नजदीक है.
मिशन चंद्रयान-2 पर पूरी दुनिया की नजर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किए ये 5 ट्वीट
भारत के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 2 का लैंडर 'विक्रम' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने जा रहा है. उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लोगों को लाइव देखने के लिए आग्रह किया है. पीएम मोदी ने चंद्रयान-2 से जुड़े कई ट्वीट किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''130 करोड़ भारतीय जिस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, वह समय आ गया. अब से कुछ घंटों में, चंद्रमा की दक्षिण ध्रुव के सतह पर चंद्रयान-2 होगा. भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का शानदार काम दिखाई देगा. मैं भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में शानदार पल का गवाह बनने के लिए बेंगलुरु के इसरो केंद्र में आने के लिए बेहद उत्साहित हूं. उन विशेष पलों को देखने के लिए विभिन्न राज्यों के युवा भी मौजूद रहेंगे. भूटान के युवा भी होंगे.''
Chandrayaan 2 : क्‍या है 'विक्रम' लैंडर? चंद्रमा की सतह पर ये कैसे उतरेगा?
'चंद्रयान-2' के साथ ही भारत दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है, जिन्‍होंने इससे पहले चांद पर अपने यान भेजे हैं. चंद्रयान में जो लैंडर तैनात है उसका नाम 'विक्रम' है. 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' को यान में लगे कम से कम आठ उपकरणों द्वारा अंजाम दिया जाएगा. 'विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा. 'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' होगा, जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा. शनिवार तड़के यान के लैंडर के चांद पर उतरने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसे होगी.
चंद्रयान 2 लैंडिंग : किस वक्त उतरेगा लैंडर, कब बाहर आएगा रोवर
चंद्रयान 2 मिशन के तहत लैंडर 'विक्रम' अपने भीतर रोवर 'प्रज्ञान' को लिए चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. लैंडर अपनी चंद्र कक्षा से सुबह 1:40 बजे नीचे की तरफ जाना शुरू करेगा, और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लगभग 1:55 बजे सतह को छुएगा. ISRO ने इस लैंडिंग के लिए निर्धारित समय 1:30 बजे से 2:30 बजे के बीच रखा है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से लैस रोवर 'प्रज्ञान' सुबह लगभग 5:30 से 6:30 बजे के बीच लैंडर 'विक्रम' से बाहर आएगा. (ISRO ने यह वक्त चंद्रमा की सतह पर धूल के बैठ जाने को ध्यान में रखकर निर्धारित किया है.
चंद्रयान-2 की चांद पर किस तरह होगी 'सॉफ्ट लैंडिंग', समझने के लिए पढ़े ये खबर
चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' की चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' को यान में समन्वित ढंग से लगे कम से कम आठ उपकरणों द्वारा अंजाम दिया जाएगा. 'विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा. 'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' होगा जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच लैंडर के भीतर से बाहर निकलेगा. शनिवार तड़के यान के लैंडर के चांद पर उतरने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक वीडियो के माध्यम से समझाया कि 'सॉफ्ट लैंडिंग' कैसे होगी. अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं. इसके साथ दो के. ए बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं. लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा.
इसरो ने 'विक्रम' लैंडर की विस्‍तृत जानकारी एक वीडियो के रूप में अपने ट्विटर पेज पर शेयर किया है. उस वीडियो में बताया गया है कि चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं. 
'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' है जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच बाहर निकलेगा.
चंद्रयान-2 का लैंडर 'विक्रम' शुक्रवार औऱ शनिवार की दरम्यानी रात डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी बेंगलुरु पहुंच गए हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं बेंगलुरु के इसरो केंद्र में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए बेहद उत्साहित हूं.'   
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु पहुंचे. चंद्रयान-2 की लैंडिंग के समय मिशन कंट्रोल रूम में रहेंगे मौजूद.
पीएम मोदी छात्रों के साथ लैंडिंग को लाइव देखेंगे.
चंद्रयान-2 वहां लैंड करेगा, जहां अभी तक कोई भी देश नहीं पहुंच पाया है. 
हमें आज रात का इंतजार है : के सिवन
इसरो के चेयरमैन के सिवन ने कहा, हम सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. हम वहां उतरने जा रहे हैं, जहां आजतक कोई नहीं पहुंचा है. हमें आज रात का इंतजार है.
पीएम मोदी के साथ होंगे 60-70 छात्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्विज प्रतियोगिता के जरिए देशभर से चुने गए लगभग 60-70 हाईस्कूल छात्र-छात्राओं के साथ इस ऐतिहासिक लम्हे का सीधा नजारा देखने के लिए इसरो के बेंगलुरु केंद्र में मौजूद रहेंगे.
मिशन चंद्रयान-2 से जुड़े प्रमुख वैज्ञानिक
डॉ के सिवन चेयरमैन, इसरो, डॉ एस सोमनाथ (क्रायोजेनिक इंजन एक्सपर्ट), डॉ वी नारायण (क्रायोजेनिक इंजन फ़ैसिलिटी) केपी कुन्हीकृष्णन (निदेशक, यूआर राव सैटलाइट सेंटर), जे जयप्रकाश (मिशन डायरेक्टर, रॉकेट लॉन्च),  रघुनाथ पिल्लै (व्हीकल डायरेक्टर, रॉकेट लॉन्च), डॉ वीवी श्रीनिवासन (इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क), एम वनिता (प्रोजेक्ट डायरेक्टर, चंद्रयान 2), ऋतु कारिधाल (मिशन डायरेक्टर, चंद्रयान 2), अनिल भारद्वाज (निदेशक, पीआरएल, अहमदाबाद)

पानी का पता लगाएगा चंद्रयान-2
सतह पर उतरने के बाद रोवर जहां चांद की मिट्टी का विश्लेषण करेगा वहीं लैंडर चांद पर आने वाले भूकंपों को मापेगा और चांद की मिट्टी को खोदकर विश्लेषण करेगा. भारत चांद की सतह पर पानी का भी पता लगाने की कोशिश करेगा. चांद की सतह पर पानी का मिलना भविष्य में वहां इंसान की बसावट की. 
चंद्रयान-2 अब चांद की सतह पर उतरने को तैयार
चांद की कक्षा में भारत का चंद्रयान 2 अब नीचे उतरने की तैयारी में है... उस इलाके में जहां आज तक कोई नहीं पहुंचा... 
सुलझेगा चांद का रहस्य
इसरो के इस थ्री इन वन मिशन में चंद्रयान 2 नाम का एक ऑर्बिटर है, विक्रम नाम का लैंडर है और प्रज्ञान नाम का रोवर है. इस मिशन में ये तीनों चांद के कई रहस्यों को सुलझाने की कोशिश करेंगे 

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