स्मृति ईरानी की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की सभी किताबें और शिक्षण सामग्री केंद्र के सुशासन प्रयास के तहत मुफ्त ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएंगी।
पूर्वी दिल्ली के एक केंद्रीय विद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इन विद्यालयों में शिक्षण परिणाम में समग्र सुधार के लिए पहल की जाएंगी। उन्होंने खिचड़ीपुर में स्कूल के नए भवन के उद्घाटन समारोह में कहा, हमने करीब डेढ़ महीने पहले ई-बुक्स और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से एनसीईआरटी की पुस्तकें मुफ्त उपलब्ध कराईं। हम अपने सुशासन प्रयास के तहत सीबीएसई पुस्तकें भी अतिरिक्त शिक्षण सामग्री एवं वीडियो के साथ ऑनलाइन उपलब्ध कराने जा रहे हैं।
कार्यक्रम में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की इस मांग पर कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश होनी चाहिए कि विद्यार्थी न केवल पेशेवर तरीके से उत्कृष्ट प्रदर्शन करे, बल्कि अच्छा इंसान भी बने, स्मृति ईरानी ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों से 'बालसभा' का आयोजन करने को कहा। इन सभाओं में बच्चे रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों के पेशवेरों से संवाद करेंगे और ये पेशेवर उन्हें अच्छा इंसान बनने में मदद करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले अकादमिक वर्ष से कक्षा 1 से 12वीं के छात्रों के लिए 'शाला दर्पण' तथा 'सारांश' सेवाएं शुरू की जाएंगी।
पूर्वी दिल्ली के एक केंद्रीय विद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इन विद्यालयों में शिक्षण परिणाम में समग्र सुधार के लिए पहल की जाएंगी। उन्होंने खिचड़ीपुर में स्कूल के नए भवन के उद्घाटन समारोह में कहा, हमने करीब डेढ़ महीने पहले ई-बुक्स और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से एनसीईआरटी की पुस्तकें मुफ्त उपलब्ध कराईं। हम अपने सुशासन प्रयास के तहत सीबीएसई पुस्तकें भी अतिरिक्त शिक्षण सामग्री एवं वीडियो के साथ ऑनलाइन उपलब्ध कराने जा रहे हैं।
कार्यक्रम में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की इस मांग पर कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश होनी चाहिए कि विद्यार्थी न केवल पेशेवर तरीके से उत्कृष्ट प्रदर्शन करे, बल्कि अच्छा इंसान भी बने, स्मृति ईरानी ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों से 'बालसभा' का आयोजन करने को कहा। इन सभाओं में बच्चे रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों के पेशवेरों से संवाद करेंगे और ये पेशेवर उन्हें अच्छा इंसान बनने में मदद करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले अकादमिक वर्ष से कक्षा 1 से 12वीं के छात्रों के लिए 'शाला दर्पण' तथा 'सारांश' सेवाएं शुरू की जाएंगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं