सीबीआई ने भूमि आवंटन में अनियमितता के एक मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के निवास स्थान पर शुक्रवार को छापेमारी की. जानकारी के मुताबिक छापेमारी उस वक्त हुई जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा घर पर ही मौजूद थे. इस दौरान न तो घर से बाहर जाने की अनुमति थी और न ही बाहर के किसी को शख्स को घर के अंदर जाने दिया जा रहा था. दिल्ली एनसीआर में ढाई दर्जन से ज्यादा इलाकों पर एक साथ छापेमारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक सीबीआई की यह छापेमारी साल 2005 में एजेए (असोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ) को गलत तरीके से जमीन दिए जाने के मामले से संबंधित है. बता दें कि सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और एजेएल कंपनी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.
A team of CBI officials is present at the residence of former Haryana Chief Minister BS Hooda in Rohtak, Haryana. pic.twitter.com/HwPB5TtvVz
— ANI (@ANI) January 25, 2019
हरियाणा के पंचकूला में प्लॉट आवंटन मामले में बीते दिनों ही सीबीआई को चार्जशीट दाखिल करने की मंजूरी मिली थी. गौरतलब है कि उनपर चार्जशीट दाखिल करने के लिए राज्यपाल की अनुमति मिलनी जरूरी थी, जिसके कारण इसमें काफी देरी हो रही थी. हरियाणा के राज्यपाल नारायण आर्य ने सीबीआई को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ अभियोग चलाने की मंजूरी दे दी है.
क्या है पूरा मामला?
मुख्यमंत्री रहने के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष हुआ करते थे, उसी दौरान भूखंड फिर से एजेएल को आवंटित किया गया था. हुड्डा और AJL पदाधिकारियों पर साल 2005 में अवैध तरीके से भूखंड को फिर से आवंटित करने का आरोप लगा है. पंचकूला के सेक्टर 6 में भूखंड संख्या सी-17 को 29 जून,2005 को एजेएल को फिर से आवंटित किया गया था. यह भूमि करीब 3,360 वर्गमीटर थी.
Video: गुरुग्राम लैंडस्कैम का मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर कसा शिकंजा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं