नई दिल्ली:
भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक ने सुरेश कलमाडी को कॉमनवेल्थ आयोजन समिति का अध्यक्ष बनाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को ज़िम्मेदार बताया है। एनडीटीवी को मिले दस्तावेज़ के मुताबिक 2004 में तब के खेल मंत्री सुनील दत्त ने कलमाडी को कॉमनवेल्थ खेलों की कमान सौंपने का विरोध किया था, लेकिन पीएमओ ने 1982 के एशियाई खेलों की परंपरा की दुहाई देते हुए सुनील दत्त के ऐतराज़ का दरकिनार कर दिया और कलमाडी को आयोजन समिति का अध्यक्ष बना दिया। सुनील दत्त के बाद खेल मंत्री बने मणिशंकर अय्यर और एमएस गिल ने भी खेलों की तैयारियों की दौरान कलमाडी की मनमानियों की कई बार शिकायत की। खेल जब खत्म हुए तो भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगी जिनकी जांच सीबीआई कर रही है। कलमाडी समेत आयोजन समिति के कई बड़े अधिकारी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। सीएजी की रिपोर्ट जल्द ही संसद में पेश होने वाली है और इसे लेकर भी सरकार विपक्ष के निशाने पर रहेगी।