मोदी मंत्रिमंडल में तीसरी बार फेरबदल और विस्तार हुआ है
नई दिल्ली:
कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में हुए विस्तार एवं फेरबदल को 'अधिकतम सरकार और शून्य शासन' करार दिया है. साथ ही उसने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंत्रियों को हटाकर अपनी 'भारी भरकम विफलता' को स्वीकार किया है. कांग्रेस ने कैबिनेट में शामिल किए गए मंत्रियों की उम्र को लेकर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी कैबिनेट 'सीनियर सिटीजन क्लब' बन गई है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कैबिनेट के फेरबदल को निरर्थक बताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'कैबिनेट फेरबदल उम्मीदों पर पानी फेरने वाला निकला. यह निरर्थक और दृष्टिविहीन है, जिससे सुशासन का उद्देश्य बुरी तरह विफल हुआ है.' उन्होंने कैबिनेट विस्तार में जेडीयू के शामिल नहीं होने पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'जेडीयू और बीजेपी के बीच नया मेलमिलाप विफल साबित हुआ, क्योंकि जेडीयू स्थान पाने में कामयाब नहीं रहा.'
यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के साथ नई सूची
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि जिस देश में औसत आयु 27 साल हो, वहां कैबिनेट में शामिल किए गए नए मंत्रियों की औसत आयु 60.44 वर्ष है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ओर तो युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लच्छेदार भाषण देते हैं, वहीं उनका मंत्रिमंडल 'सीनियर सिटीजन क्लब' बन गया है.
यह भी पढ़ें: फेरबदल मोदी मंत्रिमंडल में हुआ है लेकिन आलोचना नीतीश कुमार की क्यों हो रही है?
उन्होंने कहा कि चार नौकरशाहों को मंत्रिपरिषद में स्थान देने का स्पष्ट अर्थ है कि प्रधानमंत्री को भाजपा और अपने राजनीतिक सहयोगियों की काबलियत पर कोई भरोसा नहीं रह गया है, इसीलिए नौकरशाहों को जगह दी गई है. इनमें से दो (हरदीप सिंह पुरी और अल्फांसो कन्नथम) तो सांसद भी नहीं हैं.
VIDEO: मोदी मंत्रिमंडल में तीसरी बार हुआ फेरबदल
राजीव प्रताप रूडी और कलराज मिश्र को मंत्री के तौर पर हटाए जाने को लेकर तिवारी ने कहा कि इससे मोदी सरकार की 'भारी विफलता' साफ होती है. कांग्रेस नेता ने निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी का दर्जा बढ़ाए जाने को महज प्रतीकात्मक बताते हुए यह उम्मीद जताई कि जिस प्रकार निर्मला सीतारमण के कार्यकाल में देश के आयात-निर्यात में लगातार गिरावट आई है, वैसी ही तस्वीर रक्षा मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल में न बने.
यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के साथ नई सूची
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि जिस देश में औसत आयु 27 साल हो, वहां कैबिनेट में शामिल किए गए नए मंत्रियों की औसत आयु 60.44 वर्ष है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ओर तो युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लच्छेदार भाषण देते हैं, वहीं उनका मंत्रिमंडल 'सीनियर सिटीजन क्लब' बन गया है.
यह भी पढ़ें: फेरबदल मोदी मंत्रिमंडल में हुआ है लेकिन आलोचना नीतीश कुमार की क्यों हो रही है?
उन्होंने कहा कि चार नौकरशाहों को मंत्रिपरिषद में स्थान देने का स्पष्ट अर्थ है कि प्रधानमंत्री को भाजपा और अपने राजनीतिक सहयोगियों की काबलियत पर कोई भरोसा नहीं रह गया है, इसीलिए नौकरशाहों को जगह दी गई है. इनमें से दो (हरदीप सिंह पुरी और अल्फांसो कन्नथम) तो सांसद भी नहीं हैं.
VIDEO: मोदी मंत्रिमंडल में तीसरी बार हुआ फेरबदल
राजीव प्रताप रूडी और कलराज मिश्र को मंत्री के तौर पर हटाए जाने को लेकर तिवारी ने कहा कि इससे मोदी सरकार की 'भारी विफलता' साफ होती है. कांग्रेस नेता ने निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी का दर्जा बढ़ाए जाने को महज प्रतीकात्मक बताते हुए यह उम्मीद जताई कि जिस प्रकार निर्मला सीतारमण के कार्यकाल में देश के आयात-निर्यात में लगातार गिरावट आई है, वैसी ही तस्वीर रक्षा मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल में न बने.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं