चंडीगढ़:
छेड़छाड़ के बाद बस से फेंके जाने से हुई एक किशोरी की मौत के चार दिन बाद पंजाब के मोगा में एक सीटीटीवी फुटेज सामने आई है। इस विडियो में साफ दिख रहा है कि जिस बस से मां-बेटी को फेंका गया था, उसे हाइवे पर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अंधाधुंध चलाया जा रहा था। फुटेज उस घटना के कुछ मिनट पहले की ही है।
इस विडियो में दिख रहा है कि बस को मोगा और कोटकापुरा के बीच की फोर लेन हाइवे पर खतरनाक ढंग से चलाया जा रहा है। बस अपने लेन को छोड़कर अचानक एकदम दाएं मुड़ गई। सामने से आ रहे ट्रैक्टर से टकराने से भी बस बाल-बाल बची।
इसके बाद बस गलत लेन पर रुकी और उसने क्लीनर अमर राम, कंडक्टर और अन्य 2 लोगों को पिक किया। इन लोगों के ऊपर ही 14 साल की लड़की और उसकी मां के साथ छेड़छाड़ करने और बस से फेंकने का आरोप है।
यह बस ऑर्बिट एविएशन कंपनी की है, जिसमें पंजाब के डेप्युटी चीफ मिनिस्टर सुखबीर सिंह बादल के परिवार की भी हिस्सेदार है। इसमें डार्क शीशे और पर्दे वगैरह भी लगे हुए थे, जो नियमों का सीधा उल्लंघन है। माना जा रहा है कि इस विडियो को आरोपियों के खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस घटना को लेकर हो रहे भारी विरोध और कंपनी की बसों द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाने के लग रहे आरोपों के बीच पंजाब के उपमुख्यमंत्री ने इन बसों को सड़क से हटाने का शनिवार को आदेश दिया।
इस बीच मोगा बस कांड में चश्मदीदों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं। पुलिस लड़की के भाई और चश्मदीदों को पहचान परेड के लिए लेकर गई थी। मगर बाद में एक चश्मदीद ने बताया कि आरोपियों की पहचान परेड ही नहीं हुई।
इस विडियो में दिख रहा है कि बस को मोगा और कोटकापुरा के बीच की फोर लेन हाइवे पर खतरनाक ढंग से चलाया जा रहा है। बस अपने लेन को छोड़कर अचानक एकदम दाएं मुड़ गई। सामने से आ रहे ट्रैक्टर से टकराने से भी बस बाल-बाल बची।
इसके बाद बस गलत लेन पर रुकी और उसने क्लीनर अमर राम, कंडक्टर और अन्य 2 लोगों को पिक किया। इन लोगों के ऊपर ही 14 साल की लड़की और उसकी मां के साथ छेड़छाड़ करने और बस से फेंकने का आरोप है।
यह बस ऑर्बिट एविएशन कंपनी की है, जिसमें पंजाब के डेप्युटी चीफ मिनिस्टर सुखबीर सिंह बादल के परिवार की भी हिस्सेदार है। इसमें डार्क शीशे और पर्दे वगैरह भी लगे हुए थे, जो नियमों का सीधा उल्लंघन है। माना जा रहा है कि इस विडियो को आरोपियों के खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस घटना को लेकर हो रहे भारी विरोध और कंपनी की बसों द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाने के लग रहे आरोपों के बीच पंजाब के उपमुख्यमंत्री ने इन बसों को सड़क से हटाने का शनिवार को आदेश दिया।
इस बीच मोगा बस कांड में चश्मदीदों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं। पुलिस लड़की के भाई और चश्मदीदों को पहचान परेड के लिए लेकर गई थी। मगर बाद में एक चश्मदीद ने बताया कि आरोपियों की पहचान परेड ही नहीं हुई।
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