यह ख़बर 31 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

आंध्र की नई राजधानी को हैदराबाद के समान विकसित करवाए केंद्र : चंद्रबाबू

खास बातें

  • तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘मोटे तौर पर हमारे आकलन के अनुसार नई राजधानी और जरूरी आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए चार से पांच लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। नई राजधानी को हैदराबाद के समान विकसित किया जाना चाहिए।’
हैदराबाद:

तेलगू देशम पार्टी ने केंद्र से तत्काल विशेषज्ञों की एक समिति का गठन करने को कहा है ताकि तेलंगाना राज्य का गठन करने के बाद आंध्र प्रदेश की नई राजधानी को विकसित करने के लिए जरूरी धन का आकलन किया जा सके।

तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘‘मोटे तौर पर हमारे आकलन के अनुसार नई राजधानी और जरूरी आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए चार से पांच लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। नई राजधानी को हैदराबाद के समान विकसित किया जाना चाहिए।’’

नायडू ने केंद्र के समक्ष तेलंगाना राज्य के गठन से संबंधित औपचारिकताएं पूरी करने के पहले कई मांगें रखीं।

नायडू ने कहा, ‘‘केंद्र को नई राजधानी के निर्माण के लिए पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए। कई केंद्रीय पीएसयू, शोध केंद्र और अग्रणी शैक्षणिक संस्थान हैदराबाद में है। उसी तरह के संस्थानों का निर्माण (नए) आंध्र प्रदेश में किया जाना चाहिए ताकि उस क्षेत्र के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हों।’’

नायडू ने कहा, ‘‘इसके अतिरिक्त केंद्र को जल बंटवारे, बिजली, राजस्व बंटवारे और रोजगार से संबंधित मुद्दों का समाधान करना चाहिए। इन सारी बातों को राज्य पुनर्गठन विधेयक में शामिल किया जाना चाहिए ताकि समूचे क्षेत्र के लोगों को कोई तकलीफ न हो।’’

नायडू ने कहा कि विशेषज्ञ समिति को इन सभी मुद्दों का अध्ययन करना चाहिए। इसके आधार पर केंद्र को समयबद्ध कार्ययोजना और नई राजधानी नगरी के विकास की उत्तम योजना के साथ आगे आना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट फिलहाल 15 लाख करोड़ रुपये का है और वह अगले 10 वर्षों में 25 लाख करोड़ रुपये पहुंच जाएगा। इसलिए, धन की समस्या नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि साथ ही निजी निवेश के साथ-साथ आधारभूत संरचना के विकास और रोजगार पैदा करने के लिए उद्योग स्थापित करने के लिए निजी निवेश आकर्षित करना चाहिए।

तेदेपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी तेलंगाना के लोगों की भावनाओं का सम्मान करती है और उसके अनुसार ही राज्य के बंटवारे के मुद्दे पर अपना रुख जाहिर किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा अपने रुख पर कायम हैं।’’ नायडू ने कहा कि यद्यपि राज्य अपरिहार्य परिस्थितियों में विभाजित हो जाएगा लेकिन सभी तेलगू भाषियों को बिना किसी दुर्भावना के एकजुट रहना चाहिए।

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अपनी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा ‘हैदराबाद को भारत की दूसरी राजधानी’ बनाने की मांग पर तेदेपा अध्यक्ष ने कहा कि बीआर अंबेडकर ने वर्षों पहले यह सुझाव दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं चीजें कैसा रूप लेती हैं।’’