सोनिया के खिलाफ टिप्पणी पर लोस में हंगामा, गिरिराज ने खेद प्रकट किया


नई दिल्ली : कांग्रेस सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की टिप्पणी के मुद्दे को सोमवार को लोकसभा में उठाया जिसपर हुए हंगामे के बाद भाजपा नेता ने अपनी टिप्पणी पर खेद प्रकट किया। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित भी करनी पड़ी।

लोकसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने सोनिया गांधी के खिलाफ गिरिराज सिंह की टिप्पणी के मुद्दे को उठाया और आसन के समीप आकर केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने और प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग करने लगे। कांग्रेस सदस्यों ने इस बारे में कार्यस्थगन का नोटिस दिया था, लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसे स्वीकार नहीं किया और शून्यकाल में मुद्दे को उठाने को कहा। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी को किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ ऐसी बात नहीं बोलनी चाहिए कि दूसरा व्यक्ति आहत हो। मैं वेंकैया जी से भी कहती हूं कि मंत्री हो या आपके साथ कोई और हो, ऐसी बात ही क्यों बोले जो जिससे दूसरे व्यक्ति को चोट पहुंचे।

कांग्रेस सदस्यों के हंगामे और सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित होने के बाद कारवाई पुन: शुरू होने पर गिरिराज सिंह ने कहा, ‘जो विषय यहां पर आया है, मैं कहना चाहता हूं कि किसी का अपमान करने का मेरा कोई उद्देश्य नहीं था। मेरी बातों से किसी को दुख पहुंचा हो तब मैं खेद प्रकट करता हूं।’

इससे पहले अध्यक्ष ने कांग्रेस सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया को बोलने का मौका दिया। सिंधिया ने कहा कि चिंताजनक स्थिति है जब सरकार में बैठे सांसद और मंत्री अशोभनीय टिप्पणी कर रहे हैं। पहले संजय राउत ने कुछ कहा और उसके बाद गिरिराज सिंह ने हमारी आध्यक्ष के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। यह अत्यंत निंदनीय है। ऐसी टिप्पणी देश की महिलाओं के खिलाफ है। इस टिप्पणी से हर देशवासी का सिर शर्म से झुक जाता है। यह टिप्पणी ऐसे देश में हुई जहां नारी की पूजा की जाती है।

सिंधिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी पर नाइजीरिया ने भी आपत्ति व्यक्त की। यह टिप्पणी ऐसे समय में हुई जब प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर थे। लेकिन प्रधानमंत्री इस बयान पर मौन साधे हुए हैं। सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री इस विषय में माफी मांगे और मंत्री त्यागपत्र दें। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार में कोई भी व्यक्ति किसी के भी खिलाफ व्यक्तिगत स्तर पर इस तरह की टिप्पणी को स्वीकार नहीं करता है। पार्टी के स्तर पर भी यह स्वीकार नहीं है। इस विषय में हालांकि प्रधानमंत्री को नहीं लाया जाना चाहिए।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि जब कोई मंत्री ऐसी बात करता हो तब सरकार की सामुहिक जिम्मेदारी बनती है।

खड़गे ने सदन में बोलते समय उनका माइक बंद कर दिए जाने पर गहरी आपत्ति व्यक्त की। सदन में आज राहुल गांधी भी उपस्थित थे जो बजट सत्र के पहले हिस्से में अवकाश पर थे।

इस बीच, कांग्रेस सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करते हुए केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने और शून्यकाल में इस विषय को उठाने को कहा। इस दौरान अध्यक्ष ने रेल मंत्रालय से जुड़ा एक प्रश्न भी लिया।

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कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहने और शोर शराबा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने 11 बजकर 25 मिनट पर सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी। ग्यारह बजकर 45 मिनट पर कार्यवाही शुरू होने पर गिरिराज सिंह के खेद प्रकट करने के बाद प्रश्नकाल की कार्यवाही सामान्य रूप से चली।