सोमवार को संसद में बसपा लोकसभा सांसद अमरोहा कुंवर दानिश अली ने शून्यकाल काल के दौरान जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए. उन्होंने सरकार से CAA तथा NRC जैसे काले कानूनों को वापस लेने की मांग की एवं इसके विरोध में प्रदर्शन के दौरान UPA लगा कर जेलों में बंद किये गए छात्र और आन्दोलनकारियों को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की. उन्होंने संसद में कहा कि पिछले दिनों सरकार ने किसानों के खिलाफ जो तीन काले कृषि कानून थे उनको वापस लिया है और देशभर में शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ किए गए झूठे मुकदमें भी सरकार ने लिखित में वापस लेने को कहा है.
CAA का जो कानून सरकार लेकर आई उसके खिलाफ देशभर में शांतिपूर्वक आंदोलन चले जामिया मिलिया इस्लामिया से लेकर जेएनयू विश्वविद्यालय और खासतौर पर शाहीन बाग में उन बुजुर्ग महिलाओं ने जो अहिंसक आंदोलन चलाया. उन लोगों को दोबारा आंदोलन के लिए सड़कों पर निकलने को मजबूर न करें, इस कानून को भी वापस लें और UPA और झूठे मुकदमें लगा कर जेलों में बंद लोगों को खासतौर से जो स्टूडेंट है उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए.
प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने दिल्ली की शाही जमा मस्जिद जहां देश एवं दुनिया से पर्यटक आते हैं उसके रख रखाव एवं सौंदर्यकरण के सम्बंध में प्रश्न पूछे एवं अपने लोक सभा अमरोहा में स्थित सैयद शरफुद्दीन शाह विलायत की दरगाह एवं श्री वासुदेव तीर्थ स्थल को स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत शामिल कर उसके सौंदर्यकरण एवं रख रखाव तथा उसे पर्यटन स्थल बनाने के लिए पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी से मांग की. साथ ही गढ़मुक्तेश्वर-तिगरी धाम को पर्यटन मानचित्र पर लाने एवं इसे आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने तथा वहां नौका विहार की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की.
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