TDP के राज्यसभा सदस्य बीजेपी में शामिल हुए, तो मायावती बोलीं- 'पहले वे माल्या थे, अब दूध के धुले हो गए'

चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP के चार राज्यसभा सदस्यों के बीजेपी में शामिल होने पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को भाजपा पर तंज कसा.

TDP के राज्यसभा सदस्य बीजेपी में शामिल हुए, तो मायावती बोलीं- 'पहले वे माल्या थे, अब दूध के धुले हो गए'

मायावती (Mayawati) ने बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा.

नई दिल्ली :

चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP के चार राज्यसभा सदस्यों के बीजेपी में शामिल होने पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को भाजपा पर तंज कसा. मायावती ने कहा, 'टीडीपी के जो सदस्य बीजेपी में शामिल हुए हैं उनमें से दो को आंध्र प्रदेश का माल्या कहा जाता है लेकिन बीजेपी में आकर अब वे दूध के धुले हो गए हैं'. BSP प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि 'माननीय राष्ट्रपति सरकार की तरफ से कल देश को अनेकों प्रकार के आश्वासन दे रहे थे उसी दिन बीजेपी ने तेदेपा के चार सांसदों को तोड़ लिया. उनमें से दो को बीजेपी ‘आंध्र का माल्या' कहती है पर अब वे बीजेपी में आकर दूध के धुले हैं. स्पष्ट है बीजेपी ब्राण्ड ऑफ पॉलिटिक्स में सब जायज है कुछ गलत नहीं'.  

गौरतलब है कि तेदेपा के छह राज्यसभा सदस्यों में से चार बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने तेदेपा संसदीय दल (राज्यसभा में) का भगवा पार्टी में विलय करने का प्रस्ताव उच्च सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू को सौंपा था. इस तरह, राज्यसभा में भाजपा की स्थिति मजबूत होती दिख रही है. तेदेपा के राज्यसभा सदस्य वाईएस चौधरी के नेतृत्व में पार्टी के चार सदस्यों (उच्च सदन के) ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव पारित किया. इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी. चौधरी लंबे समय से तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू के विश्वस्त सहयोगी माने जाते थे. सूत्रों के अनुसार राज्यसभा में तेदेपा के चार सदस्यों- वाई एस चौधरी, सी एम रमेश, जी मोहन राव, और टी जी वेंकटेश-ने अपने धड़े का भाजपा में विलय करने के अनुरोध का प्रस्ताव नायडू को सौंपा है. (इनपुट-भाषा)

उधर चंद्रबाबू नायडू यूरोप छुट्टियां मनाने रवाना हुए, इधर BJP में शामिल हो गए टीडीपी के 4 सांसद

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

VIDEO: लोकसभा में बहुमत, लेकिन राज्यसभा का नंबर गेम बीजेपी को कर रहा है परेशान