गुजरात के नए मुख्यमंत्री विजय रूपानी
अहमदाबाद:
अमित शाह के करीबी माने जाने वाले विजय रूपानी गुजरात के नए मुख्यमंत्री होंगे. वे सीएम पद से इस्तीफा देने वाली आनंदीबेन पटेल की जगह लेंगे. हालांकि बीजेपी का यह फैसला बेहद चौंकाने वाला रहा क्योंकि दिनभर नितिन पटेल का नाम सीएम पद के लिए चर्चा में रहा और ये लगभग तय माना जा रहा था कि वही नए मुख्यमंत्री होंगे. यहां तक कि नितिन पटेल ने कई चैनलों को इंटरव्यू तक दे दिए थे.
लेकिन विधायक दल की बैठक के बाद हुई घोषणा में विजय रूपानी का नाम अंतिम रूप से सामने आया. विजय रूपानी शुरू से ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पसंद थे. रूपानी गुजरात भाजपा के अध्यक्ष हैं और प्रदेश के परिवहन मंत्री हैं.
विधायक दल की बैठक में रूपानी इस सर्वोच्च पद के लिए पसंद के रूप में उभरे. वैसे इस बात की व्यापक रूप से अटकलें थी कि कमान नितिन पटेल को सौंपी जाएगी. बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित थे. बैठक के बाद नितिन गडकरी ने घोषणा की कि रूपानी गुजरात के नये मुख्यमंत्री होंगे. रूपानी को अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी की अगुवाई करने का जिम्मा सौंपा जाएगा और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में पार्टी को उसके समक्ष मौजूद चुनौतियों से उबारना होगा.
आनंदीबेन पटेल ने पिछले हफ्ते फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि वह इस पद से हट जाना उपयुक्त समझती हैं क्योंकि वह इस साल नवंबर में 75 की हो जाएंगी. ऐसा माना जाता है कि प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्यों के मंत्रिमंडल में मंत्रियों के लिए यह ऊपरी उम्र सीमा तय कर रखी है.
जैन समाज से हैं नए सीएम रूपानी
नए सीएम के रूप में चुने गए रूपानी को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों का करीबी माना जाता है. जैन समाज से संबंधित होना भी एक हद तक उनके पक्ष में गया है. रूपानी राजकोट से हैं. उन्होंने युवावस्था में ही छात्र राजनीति में भाग लेना शुरू कर दिया था. इमरजेंसी के दौरान वे जेल में भी रहे. विजय रूपानी के अलावा नितिन पटेल का नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल था लेकिन आखिरकार सियासी समीकरण रूपानी के पक्ष में बने और नितिन पटेल को उप मुख्यमंत्री पद से ही संतोष करना पड़ा.
कौन हैं गुजरात के नए उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल
नितिन पटेल उत्तरी गुजरात के कड़वा पटेल नेता हैं. उनकी छवि जमीन से जुड़े नेता की रही है. 90 के दशक से ही वह लगातार मंत्री रहे हैं. अब तक सिर्फ एक बार ही चुनाव हारे हैं, वह भी 2002 में. जब गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार थी तब वह शहरी विकासमंत्री और वित्तमंत्री रहे. गुजरात कैबिनेट में उनकी नंबर 2 पोजीशन थी. कहने को वह आनंदीबेन पटेल सरकार में स्वास्थ्यमंत्री थे लेकिन सरकार के प्रवक्ता वही थे. उनकी इमेज मीडिया फ्रेंडली रही है. आनंदीबेन की ही तरह वे उत्तरी गुजरात से पटेल नेता हैं. नितिन उस समिति के प्रमुख थे जिसने पाटीदार आंदोलन के बाद सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में आरक्षण के मसले पर पाटीदार नेताओं से बातचीत की थी. वह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और आनंदीबेन पटेल दोनों के करीबी माने जाते हैं, तथा ऐसा भी माना जाता है कि नितिन पटेल को पीएम नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद भी प्राप्त है.
लेकिन विधायक दल की बैठक के बाद हुई घोषणा में विजय रूपानी का नाम अंतिम रूप से सामने आया. विजय रूपानी शुरू से ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पसंद थे. रूपानी गुजरात भाजपा के अध्यक्ष हैं और प्रदेश के परिवहन मंत्री हैं.
विधायक दल की बैठक में रूपानी इस सर्वोच्च पद के लिए पसंद के रूप में उभरे. वैसे इस बात की व्यापक रूप से अटकलें थी कि कमान नितिन पटेल को सौंपी जाएगी. बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित थे. बैठक के बाद नितिन गडकरी ने घोषणा की कि रूपानी गुजरात के नये मुख्यमंत्री होंगे. रूपानी को अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी की अगुवाई करने का जिम्मा सौंपा जाएगा और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में पार्टी को उसके समक्ष मौजूद चुनौतियों से उबारना होगा.
आनंदीबेन पटेल ने पिछले हफ्ते फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि वह इस पद से हट जाना उपयुक्त समझती हैं क्योंकि वह इस साल नवंबर में 75 की हो जाएंगी. ऐसा माना जाता है कि प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्यों के मंत्रिमंडल में मंत्रियों के लिए यह ऊपरी उम्र सीमा तय कर रखी है.
जैन समाज से हैं नए सीएम रूपानी
नए सीएम के रूप में चुने गए रूपानी को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों का करीबी माना जाता है. जैन समाज से संबंधित होना भी एक हद तक उनके पक्ष में गया है. रूपानी राजकोट से हैं. उन्होंने युवावस्था में ही छात्र राजनीति में भाग लेना शुरू कर दिया था. इमरजेंसी के दौरान वे जेल में भी रहे. विजय रूपानी के अलावा नितिन पटेल का नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल था लेकिन आखिरकार सियासी समीकरण रूपानी के पक्ष में बने और नितिन पटेल को उप मुख्यमंत्री पद से ही संतोष करना पड़ा.
कौन हैं गुजरात के नए उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल
नितिन पटेल उत्तरी गुजरात के कड़वा पटेल नेता हैं. उनकी छवि जमीन से जुड़े नेता की रही है. 90 के दशक से ही वह लगातार मंत्री रहे हैं. अब तक सिर्फ एक बार ही चुनाव हारे हैं, वह भी 2002 में. जब गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार थी तब वह शहरी विकासमंत्री और वित्तमंत्री रहे. गुजरात कैबिनेट में उनकी नंबर 2 पोजीशन थी. कहने को वह आनंदीबेन पटेल सरकार में स्वास्थ्यमंत्री थे लेकिन सरकार के प्रवक्ता वही थे. उनकी इमेज मीडिया फ्रेंडली रही है. आनंदीबेन की ही तरह वे उत्तरी गुजरात से पटेल नेता हैं. नितिन उस समिति के प्रमुख थे जिसने पाटीदार आंदोलन के बाद सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में आरक्षण के मसले पर पाटीदार नेताओं से बातचीत की थी. वह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और आनंदीबेन पटेल दोनों के करीबी माने जाते हैं, तथा ऐसा भी माना जाता है कि नितिन पटेल को पीएम नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद भी प्राप्त है.
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