दिग्विजय सिंह के बयान पर भड़की भाजपा, कहा- कांग्रेस के नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं
मध्य प्रदेश में बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने दिग्विजय सिंह द्वारा पुलवामा आतंकी हमले को दुर्घटना बताए जाने पर कहा कि 'उनकी उंगलियों और मुंह में एक गुप्तरोग है. जब तक वो अपनी उंगलियां नहीं चला लेते मोबाइल पर, जब तक अपने मुंह से कुछ देश के खिलाफ बयान नहीं दे देते, तब तक दिग्विजय सिंह को भोजन नहीं नसीब होता.'
वहीं, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने भी दिग्विजय सिंह पर हमला बोला था और कहा, 'पूरे सम्मान के साथ मैं दिग्विजय सिंह से पूछना चाहता हूं, क्या राजीव गांधी की हत्या दुर्घटना थी, या आतंकवादी वारदात...?' वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'कांग्रेस को क्या हो गया है...? देश की जनभावना से एकदम उल्टी बात कर रहे हैं, सेना की जानकारी को झुठला रहे हैं... ऐसा किसी लोकतांत्रिक देश में नहीं होता, जहां सेना पर ही अविश्वास दर्शाया जाता हो..."
दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को बताया 'दुर्घटना' तो वीके सिंह ने पूछा- राजीव गांधी की हत्या क्या थी?
क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने:
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'हमें हमारी सेना पर उनकी बहादुरी पर गर्व है व सम्पूर्ण विश्वास है. सेना में मैंने मेरे अनेकों परिचित और करीबी रिश्तेदारों को देखा है किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़ कर हमारी सुरक्षा करते हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. किन्तु पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायु सेना द्वारा की गई. 'Air Strike' के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है.'
इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने एयर स्ट्राइक में ढेर हुए आतंकियों की संख्या को लेकर भी सवाल उठाए थे. उन्होंने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं 300 आतंकवादी मारे गए, भाजपा अध्यक्ष कहते हैं 250 मारे हैं, योगी आदित्यनाथ कहते हैं 400 मारे गये और आपके मंत्री एसएस अहलूवालिया कहते एक भी नहीं मरा. और आप इस विषय में मौन हैं. देश जानना चाहता है कि इसमें झूठा कौन है. मोदी जी सवाल ना सियासत का है ना सत्ता का. सवाल उन बिलखती बहनों का है जिन्होंने अपने भाई खोए हैं सवाल उस मां का है, जिसके लाड़ले की शहादत हुई है और सवाल उस वीरांगना का है, जिसने अपना पति खोया है. इनके सवालों का जवाब आप कब देंगे?'
बता दें, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय वायुसेना की पीओके में की गई स्ट्राइक में 250 आतंकी मारे गए, वहीं भारतीय सेना और सरकार ने अभी ऐसा कोई आंकड़ा जारी नहीं किया. भारतीय वायुसेना प्रमुख ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारा काम टारगेट हिट करना है, ना कि मरने वालों की गिनती करना. अमित शाह के बयान के बाद मरने वाले आतंकियों की संख्या को लेकर विवाद ज्यादा गहरा गया.
दिग्विजय सिंह ने PM मोदी पर साधा निशाना, पुलवामा आतंकी हमले को बताया, 'दुर्घटना'
पुलवामा आतंकी हमला
इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए.
VIDEO: 'जब देश शहीदों के टुकड़े चुन रहा था, तब PM ले रहे थे चाय-नाश्ते का आनंद'