राज्यसभा चुनाव : 28 सीटें बीजेपी के खाते में जाना तय, लेकिन कम नहीं होंगी मुश्किल

अभी राज्य सभा में 239 सांसद हैं जिनमें एनडीए के पास 83 सांसद हैं. बहुमत का आंकड़ा 121 है. इस चुनाव के बाद तस्वीर बदलेगी.

राज्यसभा चुनाव : 28 सीटें बीजेपी के खाते में जाना तय, लेकिन कम नहीं होंगी मुश्किल

पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ( फाइल फोटो )

खास बातें

  • बहुमत के आंकड़े से दूर रहेगी बीजेपी
  • लेकिन सबसे बड़ी पार्टी होगी
  • बिल पास कराने के लिए लेना पड़ेगा समर्थन
नई दिल्ली:

राज्यसभा की 59 (एक उपचुनाव ) सीटों के लिए चुनाव आज है. ये चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है क्योंकि ये चुनाव  2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर एक तस्वीर तय कर सकता है.  एक और जहां कांग्रेस इसे लोकसभा चुनाव 2019 में जीत का हथियार बना रही है तो दूसरी ओर बीजेपी राज्यसभा में अपनी सीटें बढ़ाने में जुटी हुई है.  इस अंकगणित के बीच राजनीतिक समीकरण भी काफी तेजी से बदल रहे हैं. उत्तर प्रदेश में नरेश अग्रवाल सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए हैं और उनके बेटे नितिन अग्रवाल भी बीजेपी के ही पक्ष में वोट करेंगे. जिससे अब 9वीं सीट के लिए सपा और बसपा की मुश्किल बढ़ सकती है तो दूसरी ओर कांग्रेस इस चुनाव को बहाने सभी विपक्षी दलों को एक पाले में लाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में बीएसपी को समर्थन करने का ऐलान किया है तो मध्य प्रदेश में बीएसपी कांग्रेस का समर्थन करेगी.  हालांकि इन चुनावों में बीजेपी को फायदा मिलने की संभावना है लेकिन एनडीए राज्यसभा में बहुमत से फिर भी दूर ही रहेगा. 59 सीटों में से बीजेपी 28 सीटें जीतेगी यानी उसे करीब दस सीटों का फायदा होगा. तीन मनोनीत सांसदों अनु आगा, रेखा और सचिन तेंदुलकर का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है. यह तीन भी एनडीए ही खाते में जाएंगे. 

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अभी राज्य सभा में 239 सांसद हैं जिनमें एनडीए के पास 83 सांसद हैं. बहुमत का आंकड़ा 121 है. इस चुनाव के बाद तस्वीर बदलेगी. एनडीए के खाते में 12 सांसद जुड़ेंगे. अगर तीन मनोनीत को भी मिला दिया जाए तो एनडीए 100 के करीब यानी 98 तक पहुंच जाएगा. हालांकि बहुमत से फिर भी दूर ही रहेगा. यानी मोदी सरकार के इस कार्यकाल में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियां राज्यसभा में बहुमत से दूर ही रहेंगी और उन्हें महत्वपूर्ण बिलों को पास कराने के लिए बीजेडी और एआईएडीएमके जैसे दलों की मदद चाहिए होगी.

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बीजेपी की जिसके 27 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. रिटायर होने वाले सभी आठ केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतारा गया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली यूपी, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत एमपी, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर महाराष्ट्र, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बिहार, कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और रसायन राज्य मंत्री मनसुख भाई मंडाविया गुजरात से उम्मीदवार होंगे. इसके अलावा बीजेपी के संगठन से भी कई नेता राज्यसभा पहुंचेंगे. पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव राजस्थान, डॉक्टर अनिल जैन यूपी और सरोज पांडे छत्तीसगढ़ से, पार्टी प्रवक्ता अनिल बलूनी उत्तराखंड और जीवीएल नरसिम्हा राव यूपी से, केरल बीजेपी के नेता वी मुरलीधरन महाराष्ट्र से राज्यसभा आएंगे.


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