बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी सांसदों से कहा है कि पार्टी के किसी भी मंत्री या मुख्यमंत्री ने ऐसा काम नहीं किया जिससे उन्हें सिर झुकाना पड़े। वहीं सुषमा स्वराज ने ललित मोदी विवाद पर कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने शांताकुमार को सबके सामने फटकार भी लगाई गई।
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में ललित मोदी विवाद पर सुषमा स्वराज पहली बार खुल कर बोलीं। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में उन्होंने सांसदों को बीस मिनट का भाषण दिया। उन्होंने पूछा कि उन्होंने क्या गलत किया? हितों के टकराव या लेन-देन की बात कहां से आती है?
सुषमा के मुताबिक़ उन्होंने सिर्फ ये कहा कि ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज़ देने से भारत-ब्रिटेन के रिश्तों पर असर नहीं होगा। इस बारे में फैसला ब्रिटेन सरकार को ही लेना था।
सुषमा स्वराज ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वो पी चिदंबरम को बताएंगी कि लेन-देन क्या होता है। ललित मोदी का मामला 2009 का है और यूपीए सरकार ने चार साल कुछ नहीं किया।
सुषमा ने सांसदों से कहा कि उन्होंने मानवीय आधार पर फैसला किया था और उनका ललित मोदी से कोई लेना देना नहीं है।
सुषमा ने कहा कि वो संसद में बयान देकर सबका इतिहास बताएंगी और इसीलिए कांग्रेस बहस नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि वो इसी वक्त इस मसले पर संसद में बयान देने को तैयार हैं।
सांसदों की बैठक में शांताकुमार भी मौजूद थे जिनके पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को लिखे पत्र पर विवाद हो गया है। उन्हें अपनी चिट्ठी के लिए फटकार सुननी पड़ी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पार्टी नेताओं को तथ्यों की पड़ताल करके ही चिट्ठियां लिखनी चाहिए। ऐसा न कर वो अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को फायदा पहुंचा रहे हैं।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जेटली की बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि सार्वजनिक बयान देने से पहले वरिष्ठ नेताओं से बात कर ली जाए। शाह के मुताबिक़ बीजेपी के किसी मंत्री-मुख्यमंत्री ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे सिर शर्म से झुके।
प्रधानमंत्री मोदी ने आख़िर में सभी सांसदों से कहा कि वो संसद में पूरे समय मौजूद रहें। बीजेपी ने कांग्रेस के कथित घोटालों को लेकर सभी सांसदों को बुकलेट भी बांटी और कहा कि वो जवाब में कांग्रेसी घोटालों को उठाएं।
संसदीय दल में ललित मोदी कांड पर सुषमा स्वराज और व्यापमं पर शिवराज सिंह चौहान की बात तो हुई मगर वसुंधरा के मामले पर अलग से कुछ नहीं कहा गया। पार्टी के मुताबिक़ इसकी जरूरत इसलिए भी नहीं है क्योंकि वसुंधरा पूरे मामले पर पहले ही सफाई दे चुकी हैं और विपक्ष उनके मुद्दे पर ख़ामोश है।
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में ललित मोदी विवाद पर सुषमा स्वराज पहली बार खुल कर बोलीं। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में उन्होंने सांसदों को बीस मिनट का भाषण दिया। उन्होंने पूछा कि उन्होंने क्या गलत किया? हितों के टकराव या लेन-देन की बात कहां से आती है?
सुषमा के मुताबिक़ उन्होंने सिर्फ ये कहा कि ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज़ देने से भारत-ब्रिटेन के रिश्तों पर असर नहीं होगा। इस बारे में फैसला ब्रिटेन सरकार को ही लेना था।
सुषमा स्वराज ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वो पी चिदंबरम को बताएंगी कि लेन-देन क्या होता है। ललित मोदी का मामला 2009 का है और यूपीए सरकार ने चार साल कुछ नहीं किया।
सुषमा ने सांसदों से कहा कि उन्होंने मानवीय आधार पर फैसला किया था और उनका ललित मोदी से कोई लेना देना नहीं है।
सुषमा ने कहा कि वो संसद में बयान देकर सबका इतिहास बताएंगी और इसीलिए कांग्रेस बहस नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि वो इसी वक्त इस मसले पर संसद में बयान देने को तैयार हैं।
सांसदों की बैठक में शांताकुमार भी मौजूद थे जिनके पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को लिखे पत्र पर विवाद हो गया है। उन्हें अपनी चिट्ठी के लिए फटकार सुननी पड़ी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पार्टी नेताओं को तथ्यों की पड़ताल करके ही चिट्ठियां लिखनी चाहिए। ऐसा न कर वो अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को फायदा पहुंचा रहे हैं।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जेटली की बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि सार्वजनिक बयान देने से पहले वरिष्ठ नेताओं से बात कर ली जाए। शाह के मुताबिक़ बीजेपी के किसी मंत्री-मुख्यमंत्री ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे सिर शर्म से झुके।
प्रधानमंत्री मोदी ने आख़िर में सभी सांसदों से कहा कि वो संसद में पूरे समय मौजूद रहें। बीजेपी ने कांग्रेस के कथित घोटालों को लेकर सभी सांसदों को बुकलेट भी बांटी और कहा कि वो जवाब में कांग्रेसी घोटालों को उठाएं।
संसदीय दल में ललित मोदी कांड पर सुषमा स्वराज और व्यापमं पर शिवराज सिंह चौहान की बात तो हुई मगर वसुंधरा के मामले पर अलग से कुछ नहीं कहा गया। पार्टी के मुताबिक़ इसकी जरूरत इसलिए भी नहीं है क्योंकि वसुंधरा पूरे मामले पर पहले ही सफाई दे चुकी हैं और विपक्ष उनके मुद्दे पर ख़ामोश है।
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