'भ्रष्‍टाचार हमें विरासत में मिला' झारखंड के मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी से बीजेपी खफा

'भ्रष्‍टाचार हमें विरासत में मिला' झारखंड के मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी से बीजेपी खफा

फाइल फोटो : रघुबर दास

रांची:

झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुख्यमंत्री रघुबर दास की उस टिप्पणी से खफा हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीते 14 सालों में राज्य ने केवल भ्रष्टाचार देखा है। पहचान जाहिर न करने की शर्त पर बीजेपी नेताओं ने गुरुवार को कहा कि टिप्पणी से ऐसा प्रतीत होता है कि अब तक के सभी मुख्यमंत्री भ्रष्ट रहे हैं। दास ने बुधवार को कहा, 'भ्रष्टाचार हमें विरासत में मिला है। बीते 14 सालों में राज्य में केवल भ्रष्टाचार हुआ।'

बीते साल दिसंबर में मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने वाले दास ने कहा, 'अगर मैं भ्रष्टाचार का खात्मा करने में लगूं, तो इसमें कम से कम पांच साल का समय लगेगा। सभी विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं।' हालांकि यह टिप्पणी उनकी पार्टी को रास नहीं आई, क्योंकि 14 में से नौ साल प्रदेश में बीजेपी की ही सरकार रही है। आधिकारिक तौर पर हालांकि बीजेपी ने मुख्यमंत्री की टिप्पणी का स्वागत किया है।

झारखंड बीजेपी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने एक साहसी बयान दिया है। वह भी बीजेपी की पिछली सरकार में मंत्री रहे हैं, लेकिन लोग अब कार्रवाई चाहते हैं।'

हालांकि बीजेपी के अन्य नेता उनकी टिप्पणी से सहमत नहीं हैं। बीजेपी ने एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार ने तब गहरी जड़ें जमाई जब निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा साल 2006 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने कहा कि नवंबर 2000 में झारखंड के बनने से लेकर सितंबर 2006 तक राज्य में बीजेपी की सरकार रही। उन्होंने कहा, 'अर्जुन मुंडा तथा बाबूलाल मरांडी दोनों की सरकार में रघुबर दास मंत्री रहे।' नेता ने कहा, 'वर्तमान मुख्यमंत्री को यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि बाबूलाल मरांडी या अर्जुन मुंडा के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है।'

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विपक्षी पार्टियों ने भी इस टिप्पणी पर चुटकी ली। कांग्रेस नेता आलोक दूबे ने कहा, 'रघुबर दास को सच्चाई सामने रखनी चाहिए।' दूबे ने कहा, 'यह बीजेपी ही थी जिसने 14 सालों में नौ सालों तक राज्य में शासन किया। दास बीजेपी सरकार में मंत्री थे। इसलिए बीजेपी को राज्य में हुए सभी भ्रष्टाचारों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। सच बोलने के लिए हम मुख्यमंत्री को बधाई देते हैं। उन्हें भ्रष्टाचार के सभी मामलों की जांच का आदेश देना चाहिए।'