पटना:
बिहार में बाढ़ से हालात खराब हैं. यहां के औरंगाबाद में पुनपुन नदी में एक नाव पलटने से एक महिला की मौत हो गई जबकि नौ लोग अब भी लापता हैं. जिला प्रशासन के मुताबिक, नाव पर 18 लोग सवार थे, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं. 8 लोग तैरकर निकलने में कामयाब रहे. यह हादसा औरंगाबाद के ओबरा ब्लॉक में हुआ है. लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है.
बिहार में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हुई है जबकि 23 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. सबसे ज़्यादा भोजपुर में 12 लोगों की मौतें हुई हैं. इसक अलावा वैशाली में छह, भागलपुर में दो, बक्सर और लखीसराय में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. राज्य के 12 ज़िले बाढ़ प्रभावित हैं. राहत और बचाव कार्य में सेना और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं.
जहानाबाद में शहर के बीच से बहने वाली दरधा और यमुना नदियों में अचानक आई बाढ़ से निचले इलाके जाफरगंज, अम्बेडकर नगर और गौरक्षानी समेत कई इलाकों में पानी घुस गया है.
बाढ़ के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले सभी लोगों को सतर्क रहने और नदी के पास न जाने की सलाह दी है. वहीं प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट रहने को कहा है.
गंगा और घाघरा का जल स्तर बढ़ने से छपरा का सड़क संपर्क पटना, बलिया, वाराणसी से कट गया है. बाढ़ का पानी छपरा के नए इलाकों में भी घुसने लगा है. छपरा से सिवान सहित यूपी को जाने वाली सड़क एनएच 85 पर बाढ़ का पानी 1 फीट से ज़्यादा चढ़ गया है, जिसके कारण यातायात काफी प्रभावित हुआ है. वहीं बाढ़ में प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि अभीतक प्रशासन की तरफ से इनलोगों तक को मदद नहीं पहुंची है.
पटना से सटे हाजीपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने रामचौड़ा मंदिर में शरण लिए हुए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इन लोगों को कई मदद नहीं मिल पा रही है. लोगों का कहाना है कि बाढ़ पीड़ित हजारों लोग अपने पूरे परिवार के साथ यहां शरण लिए हुए है, लोगों के पास यहां खाने पाने की चीज नहीं है. प्रशासन की ओर से यहां राहत और बचाव के लिए कोई उपाय नहीं किया गया.
बिहार में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हुई है जबकि 23 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. सबसे ज़्यादा भोजपुर में 12 लोगों की मौतें हुई हैं. इसक अलावा वैशाली में छह, भागलपुर में दो, बक्सर और लखीसराय में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. राज्य के 12 ज़िले बाढ़ प्रभावित हैं. राहत और बचाव कार्य में सेना और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं.
जहानाबाद में शहर के बीच से बहने वाली दरधा और यमुना नदियों में अचानक आई बाढ़ से निचले इलाके जाफरगंज, अम्बेडकर नगर और गौरक्षानी समेत कई इलाकों में पानी घुस गया है.
बाढ़ के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले सभी लोगों को सतर्क रहने और नदी के पास न जाने की सलाह दी है. वहीं प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट रहने को कहा है.
गंगा और घाघरा का जल स्तर बढ़ने से छपरा का सड़क संपर्क पटना, बलिया, वाराणसी से कट गया है. बाढ़ का पानी छपरा के नए इलाकों में भी घुसने लगा है. छपरा से सिवान सहित यूपी को जाने वाली सड़क एनएच 85 पर बाढ़ का पानी 1 फीट से ज़्यादा चढ़ गया है, जिसके कारण यातायात काफी प्रभावित हुआ है. वहीं बाढ़ में प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि अभीतक प्रशासन की तरफ से इनलोगों तक को मदद नहीं पहुंची है.
पटना से सटे हाजीपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने रामचौड़ा मंदिर में शरण लिए हुए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इन लोगों को कई मदद नहीं मिल पा रही है. लोगों का कहाना है कि बाढ़ पीड़ित हजारों लोग अपने पूरे परिवार के साथ यहां शरण लिए हुए है, लोगों के पास यहां खाने पाने की चीज नहीं है. प्रशासन की ओर से यहां राहत और बचाव के लिए कोई उपाय नहीं किया गया.
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