सीवान के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की पत्नी हिना साहेब भी RJD के महागठबंधन के उम्मीदवारों को जिताने के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं. बिहार विधानसभा के चुनाव ( Bihar Assembly Election 2020) प्रचार में शहाबुद्दीन (Shahabuddin) के नाम को लेकर सत्ता पक्ष द्वारा किए जा रहे हमलों का हिना साहेब ने जवाब दिया है. उनका कहना है कि जब उनके पति 17 साल से जेल में हैं, तो उनका नाम लेकर सियासत क्यों की जा रही है.
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दरअसल, लालू प्रसाद यादव के शासनकाल के अपराध की जब-जब बात होती है तो शहाबुद्दीन का जिक्र बिहार की राजनीति में जरूर होता है. जदयू-बीजेपी गठबंधन के नेता शहाबुद्दीन का नाम लेकर लालू के शासन के वक्त जंगलराज की याद दिलाते हैं. हिना साहेब ने कहा कि सत्तापक्ष के पास असल में कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे बार-बार शहाबुद्दीन का नाम लेकर लोकप्रियता बटोरने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि आप किसी भी शहर या गांव जाएंगे तो कोई नहीं कहेगा कि वह गलत इंसान हैं.
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हिना ने कहा कि अगर न्यायपालिका से राहत मिलने के बाद शहाबुद्दीन बाहर आएंगे तो उनके राज का यही मतलब होगा कि हमारी पार्टी के सांसद विधायक होंगे. हिना साहेब ने कहा कि शहाबुद्दीन की सोच सीवान की तरक्की के लिए है. हिना खुद सांसद का चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है. हिना साहेब से जब उनके बेटे की टिकट दावेदारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इनकार कर दिया.
उन्होंने सफाई दी कि उन्होंने अपने और बेटे के लिए कभी टिकट नहीं मांगा. उनका कहना है कि राजद में कोई भी चुनाव जीते बात एक ही है. उनका बेटा फिलहाल राजनीति में नहीं आएगा. उन्होंने सवाल उठाया कि मुजफ्फरपुर कांड नीतीश कुमार के राज में हुआ. नीतीश कुमार को भी अपने शासन का हिसाब देना होगा.
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