लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने के बाद से नेताओं और पार्टियों के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने पर अब बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता ने एक अजीब बयान दिया है. विनोद नारायण झा ने प्रियंका गांधी की नियुक्ती पर टिप्पणी की और कहा कि खूबसूरत चेहरों के दम पर वोट नहीं पड़ते हैं. दरअसल, बुधवार को कांग्रसे ने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिम यूपी की कमान सौंपी. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में आने के कई मायने निकाले जा रहे हैं और इसे कांग्रेस का सबसे बड़ा दाव कहा जा रहा है.
जब अमेठी-रायबरेली में गली-गली घूमी थीं प्रियंका फिर भी हारी थी कांग्रेस, अब 'ट्रंप कार्ड' कैसे?
बिहार के मंत्री विनोद नारायण झा ने प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने पर कहा, "खूबसूरत चेहरों के दम पर वोट नहीं जीते जा सकते... इससे भी बढ़कर तथ्य यह है कि वह रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी हैं, जिन पर भूमि घोटाले और भ्रष्टाचार के कई मामलों में शामिल होने का आरोप है. वह बेहद खूबसूरत हैं, लेकिन उसके अलावा उनकी कोई राजनैतिक उपलब्धि नहीं है."
Bihar Min Vinod Narayan Jha on Priyanka Gandhi: Votes can't be won on basis of beautiful faces. Moreover, she is wife of Robert Vadra who is accused of involvement in land scam&several corruption cases. She's very beautiful but other than that she holds no political achievement. pic.twitter.com/vFzffKtdrJ
— ANI (@ANI) January 25, 2019
वहीं, इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने से उत्तर प्रदेश में भाजपा को ‘लाभ' होगा. उन्होंने दावा किया कि इस कदम का उद्देश्य वोटों के बंटवारे से ‘सपा-बसपा गठबंधन को चुनौती देना है.' सुशील मोदी ने कटाक्ष किया कि उनकी नियुक्ति से उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के घोटाले ‘केंद्र-बिंदु' पर आ जाएंगे, जिससे राजग का फायदा होगा.
सुशील मोदी ने कहा, ‘अगर भाजपा विरोधी वोटों में विभाजन होता है, तो भाजपा के अलावा और किसे फायदा होगा. इसके अलावा, प्रियंका को उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के प्रतिनिधि के रूप में देखा जाएगा, जिनके नाम पर बड़े पैमाने प
दरअसल, यूपी में प्रियंका को पूर्वी यूपी की कमान सौंपने के फैसले को लोकसभा चुनाव और 2022 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. अब यह चर्चा तेज हो गई है कि प्रियंका के आने से यूपी में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. पहले सपा-बसपा और सीधे बीजेपी के बीच लड़ाई थी, मगर अब चुनावी जंग में कांग्रेस वापस आ गई है.
VIDEO: प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस को कितना फायदा?
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