बिहार के बीरपुर में स्थित कोसी बराज की फाइल फोटो
पटना:
अंतरराष्ट्रीय जल प्रबंधन संस्थान (आईडब्लूएमआई) ने शनिवार को बताया कि बिहार अपने 94,163 वर्ग किलोमीटर के 73 फीसदी हिस्से के साथ देश का सबसे ज्यादा बाढ़ संभावित राज्य है।
आईडब्लूएमआई के वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता और प्रोजेक्ट लीड कर रहे गिरिराज अमरनाथ ने बताया कि इसके अलावा उत्तर बिहार की 76 प्रतिशत आबादी के बाढ़ में फंसने का खतरा रहता है। साथ ही कहा कि इंडेक्स आधारित बाढ़ बीमा (आईबीएफआई) स्थिति के लिए वरदान हो सकता है।
एक कार्यशाला में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अनिश्चितताओं और सरकारों पर बोझ कम करने के लिए आईबीएफआई एक लक्ष्यपूर्ण, बाढ़ पश्चात राहत तंत्र सुनिश्चित कर सकता है। बारिश, जल स्तर, बाढ़ क्षेत्र, बाढ़ के लिए खतरनाक मॉडल, बाढ़ से नुकसान का मॉडल, फसल का नुकसान, आर्थिक नुकसान, फसल नुकसान और रिमोट सेंसिंग उपकरणों के आधार पर जानकारी के साथ सूची विकसित की गयी है। उन्होंने कहा कि आईबीएफआई तत्काल आपात मदद और दीर्घावधि विकास सहयोग के बीच सरकारों को आ रही दिक्कतों को दूर कर सकता है।
आईडब्लूएमआई के वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता और प्रोजेक्ट लीड कर रहे गिरिराज अमरनाथ ने बताया कि इसके अलावा उत्तर बिहार की 76 प्रतिशत आबादी के बाढ़ में फंसने का खतरा रहता है। साथ ही कहा कि इंडेक्स आधारित बाढ़ बीमा (आईबीएफआई) स्थिति के लिए वरदान हो सकता है।
एक कार्यशाला में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अनिश्चितताओं और सरकारों पर बोझ कम करने के लिए आईबीएफआई एक लक्ष्यपूर्ण, बाढ़ पश्चात राहत तंत्र सुनिश्चित कर सकता है। बारिश, जल स्तर, बाढ़ क्षेत्र, बाढ़ के लिए खतरनाक मॉडल, बाढ़ से नुकसान का मॉडल, फसल का नुकसान, आर्थिक नुकसान, फसल नुकसान और रिमोट सेंसिंग उपकरणों के आधार पर जानकारी के साथ सूची विकसित की गयी है। उन्होंने कहा कि आईबीएफआई तत्काल आपात मदद और दीर्घावधि विकास सहयोग के बीच सरकारों को आ रही दिक्कतों को दूर कर सकता है।
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