बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर में डॉक्टरों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. इस वजह से मोतियाबिंद का ऑपरेशन (Cataract Surgery) कराने वाले 27 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. मुज्फ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने लापरवाही करते हुए मानक से ज्यादा ऑपरेशन किए. ऑपरेशन कराने वाले ज्यादातर मरीजों के कॉर्निया खराब हो गए हैं. अब तक सात मरीजों की तो आंख निकालनी पड़ी है.
जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद कई मरीज संक्रमण की चपेट में आ गए. उसके बाद मरीजों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. अस्पताल परिसर में ही मरीज दर्द से कराहते रहे लेकिन उन्हें देखने वाला भी कोई नहीं था.
जब आई हॉस्पिटल में मानक से ज्यादा ऑपरेशन करने का मामला सामने आया तब, मंगलवार को 5 सदस्यीय टीम जांच करने वहां पहुंची. इसमें सदर अस्पताल से 3 सदस्य और एसकेएमसीएच से 2 सदस्य शामिल थे. एसीएमओ डॉ एस पी सिंह टीम का नेतृत्व कर रहे हैं.
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आई हॉस्पिटल में जांच टीम के पहुंचते ही हड़कंप मच गया. टीम ने अस्पताल में जांच की. इसके बाद कई मरीजों से बात की कि किस तरह उनका ऑपरेशन किया गया, फिर दिक्कत कैसे हुई? आंख को आखिर क्यों निकलना पड़ा? इसको लेकर कई मरीजों से बातचीत भी की गई.
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टीम ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की है. शुरुआत में ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात से इनकार किया, बाद में उन्होंने उसे कबूल कर लिया. मरीजों के नाम पते का भी सत्यापन किया गया. मौके पर पहुंचे आधा दर्जन से अधिक मरीजों को देखा गया इसके बाद उन्हें एसकेएमसीएच भेज दिया गया. आधा दर्जन मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है. डीएम ने आई हॉस्पिटल में अगले आदेश तक ऑपरेशन कराने पर रोक लगा दी है.
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