कृषि बिल के खिलाफ किसान सड़कों पर उतरे.
कृषि बिल (Farm Bills) के विरोध में कई राज्यों के किसान (Farmers Protest) लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब के किसानों ने गुरुवार से दिन तीन दिनों के लिए 'रेल रोको' आंदोलन शुरू किया. आंदोलन के चलते कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया या फिर उनका रूट डायवर्ट कर दिया गया. बिल के विरोध में आज (शुक्रवार) किसानों ने 'भारत बंद' (Bharat Bandh) बुलाया है. कई ट्रेड यूनियनों ने भी भारत बंद का समर्थन किया है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा है कि कृषि बिल के खिलाफ 350 से ज्यादा किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जिले, गांव और हाईवे पर चक्काजाम किया जाएगा. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया है. 'भारत बंद' का सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है.
Bharat Bandh Live Updates in Hindi:
कृषि विधेयक के खिलाफ पंजाब- हरियाणा के किसान सड़कों पर उतरे, ‘रेल रोको’’ आंदोलन 29 सितंबर तक बढ़ाया
पंजाब और हरियाणा के किसान हाल में संसद से पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ शुक्रवार को सड़कों पर उतरे.
मोदी सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर : मनप्रीतपंजाब सरकार के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने शुक्रवार को कहा कि संसद में तानाशाही तरीके से तीन कृषि विधेयक पारित कराने से केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर हुआ है.
कृषि विधेयक किसानों की मुक्ति के लिए है, विपक्ष अफवाह फैला रहा : संबित पात्रा
भाजपा के वरिष्ठ नेता संबित पात्रा ने कृषि विधेयक के मुद्दे पर किसानों को कथित रूप से भ्रमित करने के लिए विपक्षी कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर शुक्रवार को निशाना साधा और कहा कि यह सुधार आजादी के बाद पहली बार कृषि क्षेत्र के उदारीकरण को सुनिश्चित करेगा.
कृषि विधेयक के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसान सड़कों पर उतरेपंजाब और हरियाणा के किसान शुक्रवार को विवादित कृषि विधेयकों को हाल में संसद से पारित करने के खिलाफ सड़कों पर उतरे.
NDTV से किसानों ने कहा, 'नए कृषि कानून से MSP को खत्म करने का रास्ता खुल गया है'किसानों ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि हम केंद्र के कानून का इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि ये सरासर किसान के खिलाफ हैं. किसानों को डर है कि नए कानून से खेती से जुड़े सारे सरकारी इदारे खत्म हो जाएंगे. किसानों ने कहा कि ये काला कानून है क्योंकि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म करने का रास्ता खुल गया है.
सुखबीर बादल ने कहा- अकाली दल ने सबसे पहले कृषि कानून विरोध का एटम बम फोड़ाएनडीटीवी से बातचीत में अकाली दल नेता सुखबीर बादल ने कहा कि संसद में अकाली दल ने जिस तरह से इस मुद्दे को उठाया उतना और किसी पार्टी ने नहीं उठाया. यहां तक कि कांग्रेस भी विरोध करने में हमसे पीछे रही. बादल ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेता संसद से गायब थे. साथ ही सुखबीर बादल ने कहा कि हमें कैप्टन अमरिंदर से किसान समर्थक होने का कोई सर्टिफिकेट नहीं चाहिए.
कृषि कानून मीठा जहर है जो किसानों को दिया जा रहा है: किसान
पंजाब में किसानें ने कहा कि सरकार का जो दावा है कि वे बिचौलियों को खत्म करने के लिए नया कानून लाई है सरासर गलत है. किसानों का कहना है कि नए कानून से बिचौलिए और भी बढ़ेंगे.नया कानून और कॉन्ट्रैक्ट खेती कॉरपोरेट के पक्ष में है न कि किसानों के पक्ष में. नया कानून खेती से किसान को बाहर करना चाहता है.
किसान कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे तृणमूल कार्यकर्ता
कोलकाता में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून का विरोध किया. कार्यकर्ताओं ने विरोध जाहिर करते हुए खून से लिखा कि हम केंद्र सरकार के बनाए इस कानून को नहीं मानेंगे.
पंजाब में 'रेल रोको' आंदोलन जारी पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष समिति ने #FarmBills के विरोध में अमृतसर में अपना 'रेल रोको' आंदोलन जारी रखा. समिति बिल के खिलाफ 24 से 26 सितंबर तक 'रेल रोको' आंदोलन कर रही है.