मालदा:
पश्चिम बंगाल में नवजात बच्चों की मौत का सिलसिला नहीं रुक रहा है। पिछले 36 घंटे में मालदा के सरकारी अस्पताल में 10 नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है। इससे पहले बीसी रॉय अस्पताल और बर्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 41 नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है। मालदा जिला सदर अस्पताल के अधीक्षक एचके अरि ने कहा कि इन बच्चों की मौत 48 घंटे के भीतर नर्सरी में हुई है। उन्होंने कहा कि उनकी उम्र शून्य से नौ माह थी। वह ब्रोंको न्यूमोनिया के शिकार थे। उन्होंने बताया कि दो बच्चों की अस्पताल में जन्म के बाद ही मौत हो गई जबकि अन्य को गांवों और आसपास के इलाकों से लाया गया था। अरि ने कहा कि बच्चों को इंग्लिशबाजार के पास महानंदा पल्ली, माणिकचाक तथा कालीचाक गांवों और आदिवासी बहुल इलाके बामुंगोला ब्लॉक से लाया गया था। इससे पहले अक्तूबर महीने में कई जिला अस्पतालों और कोलकाता के बीसी रॉय रेफरल अस्पताल में 36 बच्चों की मौत हुई थी। अरि ने इन बच्चों की मौत में अस्पताल और डॉक्टरों की ओर से किसी भी लापरवाही की बात को खारिज करते हुए कहा कि सभी बच्चे ब्रोंको न्यूमोनिया से पीड़ित थे और उनका वजन भी काफी कम था। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक एसपी बसक ने कहा कि इस मामले में जांच का आदेश दिया जा चुका है। इस घटना पर अस्पताल से रिपोर्ट मांगी गई है।