दार्जिलिंग में फिर हिंसा, जीजेएम समर्थकों की पुलिस से भिड़ंत, सेना तैनात की गई

प्रदर्शनकारी 'स्कूलों में बांग्ला भाषा लागू किए जाने का विरोध' समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.

दार्जिलिंग में फिर हिंसा, जीजेएम समर्थकों की पुलिस से भिड़ंत, सेना तैनात की गई

खास बातें

  • प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की.
  • इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए.
  • दार्जिलिंग में सेना की दो टुकड़ियों (प्रत्येक में 80 जवान) को भेजा गया.
दार्जिलिंग (प.बंगाल):

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) समर्थकों की पुलिस के साथ भिड़ंत के बाद गुरुवार को अशांत दार्जिलिंग में सेना को तैनात करना पड़ा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज यहां कैबिनेट की बैठक कर रही थी तभी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ को आग के हवाले कर दिया.

इससे पहले पुलिस ने कैबिनेट बैठक की जगह जाने की कोशिश कर रहे जीजेएम समर्थकों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. वे पहाड़ के स्कूलों में बंगाली भाषा 'थोपने' का विरोध कर रहे थे.

अभी पर्यटकों की भारी मौजूदगी वाला यह पहाड़ी शहर पिछले कुछ महीनों से शांत था.

ताजा हिंसा गुरुवार अपराह्न उस वक्त भड़की, जब बिमल गुरंग के नेतृत्व वाली पार्टी ने राजभवन तक विरोध मार्च का आह्वान किया. राजभवन में उस वक्त कैबिनेट की बैठक चल रही थी.

जीजेएम समर्थकों ने पुलिस द्वारा खड़े किए गए बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पुलिस की कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और कुछ वाहनों में आग भी लगा दी. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए.

सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, 'प्रदेश सरकार से अनुरोध मिला है. दार्जीलिंग में स्थित सेना की दो टुकड़ियों (प्रत्येक में 80 जवान) को भेजा गया है'. प्रदर्शनकारी 'स्कूलों में बांग्ला भाषा लागू किए जाने का विरोध' समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.

(इनपुट भाषा से)


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