पंजाब का गुरदीप उन 14 लोगों में शामिल है, जिन्हें मौत की सजा दी जाने वाली है।
जालंधर:
इंडोनेशिया में कथित रूप से नशे की तस्करी में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय नागरिक गुरदीप सिंह ने अपनी पत्नी से कहा था कि 'मुझे गोली मार दी जाएगी और मेरा शव स्वदेश मंगवा लेना।'
जालंधर जिले के नकोदर इलाके में रहने वाली कुलविंदर कौर ने रूंधे गले से बताया, 'भारतीय दूतावास के अधिकारी का आज फिर मेरे पास फोन आया था। इस बार आवाज मेरे पति की थी और उन्होंने मुझे कहा कि आज रात उन्हें गोली मार दी जाएगी और मैं उनका शव यहां मंगवा लूं।'
कुलविंदर ने 48 वर्षीय गुरदीप के साथ हुई बातचीत का हवाला देते हुए बताया, 'मैं यहां ठीक हूं। आज रात यहां मुझे गोली मार दी जाएगी। मैं नहीं चाहता कि यहां रहूं। इसलिए मेरा शव वहीं मंगवा लेना।' बाद में गुरदीप के हवाले से उसके भांजे गुरपाल ने बताया, 'यहां गोली मारे जाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। ताबूत आदि भी मंगवा लिए गए हैं। सूचना मिली है कि मौलवी, पादरी और पुजारी को भी बुलाया गया है। आज रात मुझे गाली मार दी जाएगी।'
परिवार पिछले 12 साल से इसी इंतजार में है कि गुरदीप को वहां की हुकूमत रिहा कर दे और वापस भारत भेज दे। गौरतलब है कि गुरदीप उन 14 लोगों में शामिल है जिन्हें ड्रग्स तस्करी के विभिन्न मामलों में मौत की सजा दी गई है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जालंधर जिले के नकोदर इलाके में रहने वाली कुलविंदर कौर ने रूंधे गले से बताया, 'भारतीय दूतावास के अधिकारी का आज फिर मेरे पास फोन आया था। इस बार आवाज मेरे पति की थी और उन्होंने मुझे कहा कि आज रात उन्हें गोली मार दी जाएगी और मैं उनका शव यहां मंगवा लूं।'
कुलविंदर ने 48 वर्षीय गुरदीप के साथ हुई बातचीत का हवाला देते हुए बताया, 'मैं यहां ठीक हूं। आज रात यहां मुझे गोली मार दी जाएगी। मैं नहीं चाहता कि यहां रहूं। इसलिए मेरा शव वहीं मंगवा लेना।' बाद में गुरदीप के हवाले से उसके भांजे गुरपाल ने बताया, 'यहां गोली मारे जाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। ताबूत आदि भी मंगवा लिए गए हैं। सूचना मिली है कि मौलवी, पादरी और पुजारी को भी बुलाया गया है। आज रात मुझे गाली मार दी जाएगी।'
परिवार पिछले 12 साल से इसी इंतजार में है कि गुरदीप को वहां की हुकूमत रिहा कर दे और वापस भारत भेज दे। गौरतलब है कि गुरदीप उन 14 लोगों में शामिल है जिन्हें ड्रग्स तस्करी के विभिन्न मामलों में मौत की सजा दी गई है।
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