निर्भया मामले में बचाव पक्ष के वकीलों के आपत्तिजनक बयान, बार काउंसिल ने जारी किया नोटिस

नई दिल्ली:

निर्भया मामले में बचाव पक्ष के दो वकीलों एपी सिंह और एमएल शर्मा को महिलाओं के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में एग्ज़ीक्यूटिव बार काउंसिल ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। देर रात हुई एग्ज़ीक्यूटिव बार काउंसिल की बैठक में दोनों को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि आख़िर क्यों न उनके ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। जवाब देने के लिए दोनों को तीन हफ़्ते का समय दिया गया है। इधर सोशल मीडिया पर भी दोनों वकीलों की काफ़ी आलोचना हो रही है। नोटिस के जवाब में वकील एपी सिंह का कहना है कि उन्हें फिलहाल नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है।

वहीं, एक रेडियो स्टेशन रेडियो सिटी ने एपी सिंह के ख़िलाफ़ मुहिम तक शुरू कर दी है। निर्भया केस में बचाव पक्ष के वकील एपी सिंह ने महिलाओं को लेकर जिस तरह की बात कही थी उसके बाद से लोगों में उनके ख़िलाफ़ बहुत गुस्सा है।

इंडियाज़ डॉटर डॉक्यूमेंट्री को दिखाने पर भले की पाबंदी लगा दी गई हो लेकिन इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर संसद से सड़क तक पूरे देश में बहस हो रही है। रेडियो पर भी बड़ी तादाद में लोग इस बहस में शामिल हैं।

एपी सिंह : सवाल भी आना चाहिए कि उसने सवाल क्या किया, ये डिफ़ेंस की बात है हम उससे बात करेंगे पूछेंगे कि क्या है, क्या नहीं है। क्या तुम्हारा जवाब उन तथाकथित महिलाओं के ऊपर भड़ास निकालने के लिए था जो रात में भी पब में देखते हैं कैबरे डांस।

रेडियो पर बातचीत के कुछ अंश :
आरजे : आपको लगता है जो लड़की 9 बजे ऑटो ले रही थी। कैबरे कर रही थी? सिंह साहब। वो मर गई बेचारी, आप अभी ये सोच रहे हैं लड़कियां कैबरे करती हैं।

एपी सिंह : काम करती हैं, काम करने के तरीके में, पहनावा तो देखिए?

आरजे: क्या पहना था उसने, जींस पहनी थी... आप जो बातें करते हैं सिंह साहब, आपको खुद नहीं लगता कि आप ग़लत हैं, सच बताइएगा?

एपी सिंह : मुझे बिल्कुल लगता है कि मैं बिल्कुल सही हूं? मैं प्रबल विरोधी हूं, इस तरह की वाहियात चीजों का। आप गुमराह कर देते हैं हमारे देश की आधी आबादी को।

आरजे : पक्का, आपने ये बात रेडियो पर कही है।
90% लोगों ने कहा, अगर आप ग़लत हैं तो आप ये केस छोड़ देंगे।

एपी सिंह: बिल्कुल-बिल्कुल...फेयर वोटिंग होनी चाहिए।

रेडियो सिटी को इस बारे में पूरे देश, यहां तक की दुबई, ओमान और यूके से भी संदेश मिल रहे हैं, ये कैंपेन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। 98 फीसदी लोगों का कहना है कि एपी सिंह को ये केस छोड़ देना चाहिए।

आरजे गिनी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि हमें अंदाज़ा नहीं था कि ये कैंपेन इस तरह वाइरल हो जाएगा। हमने सोचा भी नहीं था आधे दिन के अंदर हमें 50 हज़ार मैसेज आएंगे। उनके ख़िलाफ़ कैंपेन को हर जगह से समर्थन मिला है।

एपी सिंह के बयान को लेकर गुस्सा इस कदर है कि ऑल इंडिया डेमोक्रैटिक वीमेंस एसोसिएशन अपमान जनक टिप्पणी को लेकर सिंह के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।

AIDWA की जगमति सांगवान ने कहा कि महिलाओं के ख़िलाफ़ अपमानजनक बात करने वाले वकीलों पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे वकील, महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा को उकसावा दे रहे हैं।

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इस नाराज़गी और गुस्से ने उन लोगों को फिर सोचने पर मज़बूर कर दिया है, जो निर्भया केस जैसी बर्बर घटनाओं के बचाव में दलीलें देते हैं। हम बस ये उम्मीद कर सकते हैं कि एक छोटी सी शुरुआत हुई है।