क्रैश क्रंच से निपटने के लिए अंगुली पर स्याही का निशान : जानें इस पर चुनाव आयोग ने क्यों जताई चिंता

क्रैश क्रंच से निपटने के लिए अंगुली पर स्याही का निशान : जानें इस पर चुनाव आयोग ने क्यों जताई चिंता

प्रतीकात्मक फोटो

खास बातें

  • यह निशान वैसा ही होगा जैसा वोट देते वक़्त लगता है
  • उपचुनावों में मद्देनजर चुनाव आयोग ने जताई चिंता
  • बार-बार नोट बदलवाने आने वालों पर लगेगी लगाम
नई दिल्ली:

500 और हज़ार के पुराने नोटबंदी के बाद बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लंबी क़तारों के बीच सरकार ने कैश क्रंच से निपटने के लिए नए नियम जारी किए हैं. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा है कि आज से नोट बदलवाने पर अंगुली पर स्याही का निशान लगाया जाएगा. ये निशान वैसा ही होगा जैसा वोट देते वक़्त लगता है.

बैंकों में दाहिने हाथ की अंगुली पर लगाया जाएगा निशान
हालिया समय में कुछ राज्यों में हुए उप-चुनावों के मद्देनज़र सावधानी बरतते हुए यह निशान दाहिने हाथ की अंगुली पर लगाया जाएगा. अमूनन यह निशान बाएं हाथ में लगाया जाता है.

चुनाव आयोग ने भेजा था वित्तमंत्रालय को पत्र
दरअसल, चुनाव आयोग (ईसी) ने सरकार से कहा कि संदिग्ध जमाकर्ताओं पर नजर रखने के उपाय के तौर पर अमिट स्याही के इस्तेमाल पर वह चुनाव आयोग के नियमों का खयाल जरूर रखे. वित्त मंत्रालय को भेजे पत्र में चुनाव आयोग ने कहा है कि 19 नवंबर को पांच राज्यों में उपचुनाव होने हैं और सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बैंकों में नकदी जमा करने वाले लोगों को अमिट स्याही लगाने से इन राज्यों में मतदाताओं को समस्या नहीं आनी चाहिए. सरकार ने घोषणा की थी पैसा जमा करने वाले और अमान्य नोट बदलने वाले लोगों को अमिट स्याही लगाई जाएगी.

बैंकों में भीड़ कम करने के लिए उठाया गया कदम
स्याही का निशान एक ही व्यक्ति के कई दफा नोट बदलवाने की खबर और बैंकों के बाहर जमा भीड़ को कम करने के मद्देनज़र किया गया है. दास ने कहा है कि पर्याप्त कैश है और लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है. वहीं जन-धन खातों में नकद जमा करने की सीमा 50 हजार रुपये कर दी गई है. इसके साथ ही अब ऐसे खातों में 50 हज़ार से ज़्यादा रुपए जमा नहीं कराए जा सकेंगे.

(इनपुट्स भाषा से भी)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com