गृह मंत्रालय ने कोलकाता के विश्व भारती यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली 20 वर्षीय बांग्लादेशी छात्रा को कथित तौर पर "सरकार विरोधी गतिविधियों" में लिप्त रहने के लिए भारत छोड़कर जाने को कहा है. केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्नातक की छात्र अफसरा अनिका मीम को गृह मंत्रालय के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय, कोलकाता ने 14 फरवरी को "भारत छोड़ो नोटिस" भेजा था. कहा जा रहा कि उसे बुधवार को यह नोटिस मिला.
नोटिस मिलने के बाद मीम बृहस्पतिवार को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय गई थी. उसके दोस्तों का कहना है कि वह गहरे सदमे में है और बात करने से डर रही है. अफसरा मीम ने दिसंबर में सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें फेसबुक पर डाली थीं. इस पोस्ट के लिए उसे ट्रोल किया जा रहा था और उसे "बांग्लादेशी आतंकवादी" कहा गया था.
विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के 'भारत छोड़ो नोटिस' में मीम को नोटिस मिलने की तारीख से 15 दिन के अंदर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है. नोटिस में कहा गया है, "... उसे सरकार-विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाया गया है और इस तरह की गतिविधि वीजा नियमों का उल्लंघन भी हैं."
दिसंबर में आईआईटी मद्रास में पढ़ने वाले जर्मनी के एक छात्र को सीएए विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के लिए भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था.
BJP नेता कपिल मिश्रा बोले- जिन्होंने देश को बांटने की बात कही, उनसे सवाल नहीं पूछे जा रहे
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन जारी हैं. दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन चल रहा है. इस बीच दिल्ली में सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच भड़की हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग जख्मी बताए जा रहे हैं.
वीडियो: अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दंगा करने वालों पर बिना पार्टी देखे सख्त कार्रवाई हो
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं