बांदा:
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बुंदेलखंड में पिछड़ों पर डोरे डालने की गरज से उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) डासना जेल में बंद मायवती सरकार में कद्दावर मंत्री रह चुके बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी सुकन्या को राज्यमंत्री का दर्जा देने का मन बना चुकी है।
बाबू सिंह कुशवाहा इस समय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में हुए घोटाले के आरोप में गाजियाबाद की डासना जेल में बंद हैं। 'जुगाड़' से सियासत का खेल खेलने में माहिर कुशवाहा की राजनीतिक गतिविधियां जेल से भी विधिवत चल रही हैं।
शायद यही वजह है कि खुद जेल में रह कर अपनी पत्नी सुकन्या और भाई शिवशरण कुशवाहा को पिछले दिनों सपा में शामिल करा दिया और अब सुकन्या को सपा सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा मिलने की सम्भावना बलवति हो चुकी है।
कुशवाहा कुनबा लोकसभा चुनाव की दुहाई देकर 'लालबत्ती' की जुगत के लिए सक्रिय हो गया है। सुकन्या को लालबत्ती देकर सपा एक तीर से दो निशाने साध सकती है।
जहां एक तरफ अखिलेश मंत्रिमंडल में बुंदेलखंड से एक भी मंत्री न होने का 'कलंक' धुल जाएगा, वहीं पिछड़ों में गिने जाने वाले काछी, कुशवाहा, मौर्या व मुराई कौम के मतदाताओं को अपने पाले में गोलबंद करने में भी यह कदम कारगर हो सकता है।
मायावती सरकार में बाबू सिंह की बदौलत राज्यमंत्री का दर्जा पाए बांदा के बलिदानी कुशवाहा बताते हैं, "सुकन्या को लालबत्ती दिया जाना लगभग तय हो चुका है। उन्हें किसी निगम या आयोग में 'शिफ्ट' किया जाएगा।" उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड का कुशवाहा वर्ग बाबू सिंह के साथ खड़ा है, सपा ने सुकन्या और शिवशरण को पार्टी में शामिल कर अच्छा कदम उठाया है। इससे निश्चित तौर पर सपा को इस क्षेत्र में फायदा पहुंचेगा।
बबेरू से दूसरी बार विधायक चुने गए सपा के विश्वम्भर सिंह यादव स्वीकार करते हैं, "उन्होंने कुशवाहा कुनबे को पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिलवाकर बाबू सिंह का ऋण चुकता कर दिया है।"
उन्होंने कहा कि अब सुकन्या को राज्यमंत्री के दर्जे वाली 'लालबत्ती' दिलवाकर कुशवाहा पर उपकार करना चाहते हैं।
यहां यह बताना जरूरी है कि वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में बाबू सिंह कुशवाहा ने अपनी ही पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार गयाचरण दिनकर (अब नरैनी विधायक व विधानमंडल में बसपा विधायक दल के उपनेता) को बबेरू सीट से हरवाकर सपा उम्मीदवार विश्वम्भर सिंह को जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। यह आरोप चार जनवरी, 2008 को हुई चुनावी समीक्षा में दिनकर ने मायावती के समक्ष लगाया था।
कुल मिलाकर एनआरएचएम घोटाले के कथित आरोपी बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी सुकन्या को राज्यमंत्री दर्जा वाली लालबत्ती मिलना लगभग तय माना जा रहा है। इसके लिए जहां कुशवाहा का कुनबा सक्रिय है, वहीं स्थानीय सपाई भी अपनी पूरी ताकत लगाए हुए हैं।
बाबू सिंह कुशवाहा इस समय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में हुए घोटाले के आरोप में गाजियाबाद की डासना जेल में बंद हैं। 'जुगाड़' से सियासत का खेल खेलने में माहिर कुशवाहा की राजनीतिक गतिविधियां जेल से भी विधिवत चल रही हैं।
शायद यही वजह है कि खुद जेल में रह कर अपनी पत्नी सुकन्या और भाई शिवशरण कुशवाहा को पिछले दिनों सपा में शामिल करा दिया और अब सुकन्या को सपा सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा मिलने की सम्भावना बलवति हो चुकी है।
कुशवाहा कुनबा लोकसभा चुनाव की दुहाई देकर 'लालबत्ती' की जुगत के लिए सक्रिय हो गया है। सुकन्या को लालबत्ती देकर सपा एक तीर से दो निशाने साध सकती है।
जहां एक तरफ अखिलेश मंत्रिमंडल में बुंदेलखंड से एक भी मंत्री न होने का 'कलंक' धुल जाएगा, वहीं पिछड़ों में गिने जाने वाले काछी, कुशवाहा, मौर्या व मुराई कौम के मतदाताओं को अपने पाले में गोलबंद करने में भी यह कदम कारगर हो सकता है।
मायावती सरकार में बाबू सिंह की बदौलत राज्यमंत्री का दर्जा पाए बांदा के बलिदानी कुशवाहा बताते हैं, "सुकन्या को लालबत्ती दिया जाना लगभग तय हो चुका है। उन्हें किसी निगम या आयोग में 'शिफ्ट' किया जाएगा।" उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड का कुशवाहा वर्ग बाबू सिंह के साथ खड़ा है, सपा ने सुकन्या और शिवशरण को पार्टी में शामिल कर अच्छा कदम उठाया है। इससे निश्चित तौर पर सपा को इस क्षेत्र में फायदा पहुंचेगा।
बबेरू से दूसरी बार विधायक चुने गए सपा के विश्वम्भर सिंह यादव स्वीकार करते हैं, "उन्होंने कुशवाहा कुनबे को पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिलवाकर बाबू सिंह का ऋण चुकता कर दिया है।"
उन्होंने कहा कि अब सुकन्या को राज्यमंत्री के दर्जे वाली 'लालबत्ती' दिलवाकर कुशवाहा पर उपकार करना चाहते हैं।
यहां यह बताना जरूरी है कि वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में बाबू सिंह कुशवाहा ने अपनी ही पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार गयाचरण दिनकर (अब नरैनी विधायक व विधानमंडल में बसपा विधायक दल के उपनेता) को बबेरू सीट से हरवाकर सपा उम्मीदवार विश्वम्भर सिंह को जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। यह आरोप चार जनवरी, 2008 को हुई चुनावी समीक्षा में दिनकर ने मायावती के समक्ष लगाया था।
कुल मिलाकर एनआरएचएम घोटाले के कथित आरोपी बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी सुकन्या को राज्यमंत्री दर्जा वाली लालबत्ती मिलना लगभग तय माना जा रहा है। इसके लिए जहां कुशवाहा का कुनबा सक्रिय है, वहीं स्थानीय सपाई भी अपनी पूरी ताकत लगाए हुए हैं।
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