यमुना एक्सप्रेस वे पर फर्राटा भरने वालों के लिए अच्छी खबर, फ्री में मिलेगी चाय-कॉफी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुफ्त चाय-कॉफी सेवा पिलाने की सेवा शुरू करने के साथ आरटीओ विभाग ने तय सीमा से तेज गति से वाहन चलाने वालों के घर पर नोटिस भेजने का भी प्रावधान किया है.

यमुना एक्सप्रेस वे पर फर्राटा भरने वालों के लिए अच्छी खबर, फ्री में मिलेगी चाय-कॉफी

दुर्घटना को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे पर मुफ्त में पिलाई जाएगी चाय.

खास बातें

  • यमुना एक्सप्रेस वे पर रात में होती हैं ज्यादा दुर्घटनाएं
  • एक्सप्रेस वे रात 1:00 से सुबह 5:00 बजे तक मुफ्त में पिलाई जाएगी चाय
  • बताया जा रहा, चाय पीने से चालकों को नहीं आएगी नींद
नई दिल्ली:

यमुना एक्सप्रेस वे पर गाड़ियों से फर्राटा भरने वालों के लिए अच्छी खबर है. अब यमुना एक्सप्रेस वे पर मुफ्त में चाय और कॉफी मिलेगी. यह सेवा रात 1:00 से सुबह 5:00 बजे तक के बीच होगी. बताया जा रहा है कि हादसों को रोकने के लिए यह सेवा शुरू की गई है. बताया जा रहा है कि वाहन चालक चाय और कॉफी पीकर ड्राइविंग करेंगे तो उन्हें नींद नहीं आएगी, जिससे कम हादसे होंगे. यमुना अथॉरिटी में पुलिस, अथॉरिटी अफसरों और कंपनी अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुफ्त चाय-कॉफी सेवा पिलाने की सेवा शुरू करने के साथ आरटीओ विभाग ने तय सीमा से तेज गति से वाहन चलाने वालों के घर पर नोटिस भेजने का भी प्रावधान किया है. अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर लोगों का सफर सुरक्षित हो, इसको लेकर बुधवार को जेवर टोल प्लाजा पर बैठक की गई. 

बैठक में बताया गया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर ज्यादातर हादसे रात एक बजे से सवेरे पांच बजे के बीच होते हैं. इसकी मुख्य वजह चालक को नींद की झपकी आ जाना प्रकाश में आया है. इसको ध्यान में रखकर चालकों को चाय और कॉफी देने का फैसला लिया गया है. रात एक बजे से सवेरे पांच बजे तक केवल वाहन के चालक को चाय-कॉफी मिलेगी. एक्सप्रेस वे प्रबंधन समिति इसका खर्च उठाएगी. 

एसीईओ ने बताया कि जेपी कंपनी को प्रत्येक टोल प्लाजा पर रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक फ्री में चाय और कॉफी देने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं ओवर स्पीड के लिए चालान काटने के निर्देश भी ट्रैफिक पुलिस को दिए गए हैं. एसीईओ ने बताया कि कंपनी को एक्सप्रेस-वे पर खराब होने वाले वाहनों को भी तत्काल हटाने को कहा गया है.

रोजाना ओवरस्पीड वाहनों का ब्योरा आरटीओ विभाग को भेजा जाएगा. वहां से वाहन मालिक के घर पर चालान भेजा जाएगा. 40 प्रतिशत हादसों का कारण नींद वर्ष 2012 से यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों ने दौड़ना शुरू किया है. तब से अब तक एक्सप्रेस वे पर 1850 हादसे हो चुके हैं. इनमें 627 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं. विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि यमुना एक्सप्रेस वे पर हर माह करीब डेढ़ लाख वाहन गति सीमा के नियम को तोड़ रहे हैं. अप्रैल में 1.56 लाख वाहनों ने गति सीमा का उल्लंघन किया था. इस अवधि में केवल 286 का चालान किया गया.


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