ऑस्ट्रेलियन पर्यटक के फोन से बनाए वीडियो का दृश्य
बेंगलुरु: मामला रविवार दोपहर का है, ऑस्ट्रेलिया से भारत आए तक़रीबन 23 साल के मैथ्यू गॉरडन अपनी दोस्त एमिली के साथ एक रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे तब अचानक वहां मौजूद कुछ दूसरे युवक उनके आसपास इकट्ठा होकर चिल्लाने लगे।
इस दम्पत्ति ने अपने एक स्थानीय मित्र को फोन करके बुलाया लेकिन इसी बीच झगड़ा होते देख किसी के फोन करने पर पुलिस फौरन मौके पर पहुंच गई। दम्पत्ति का आरोप है की वहां मौजूद लोग उनके साथ धक्का मुक्की इसलिए कर रहे थे क्योंकि मैथ्यू के पिंडली पर हिन्दू देवी एलम्म्मा का टैटू बना हुआ था।
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कथित तौर पर स्थानीय पुलिस इस विदेशी जोड़े की मदद तो दूर वहां मौजूद चरमपंथियों का ही साथ देने लगी। आरोप के मुताबिक पुलिस के हवलदार ने कहा की ये भारत है, यहां के रीति-रिवाजों का उन्हें सम्मान करना होगा और इस टैटू के लिए माफ़ी मांगनी होगी। बाद में पुलिसकर्मी दोनों पक्षों को लेकर अशोक नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे जहां लंबे इंतज़ार के बाद एक माफीनामा लिखने के लिए इस विदेशी जोड़े को मजबूर किया गया।
टैटू को हटवा देंगे..
मैथ्यू और एमिली का कहना है कि उनसे बोला गया कि माफीनामे में लिखे की जल्द ही इस आपत्तिजनक टैटू को हटवा देंगे। बेंगलुरु सेंट्रल के डीसीपी संदीप पाटिल ने इस घटना की पुष्टी करते हुए एनडीटीवी से कहा कि मामले की जांच एसीपी स्तर के अधिकारी से करवाने का आदेश दे दिया गया है।अगर पुलिसकर्मी या दूसरे लोग इसमें शामिल पाए गए तो उनके खिलाफ फौरन कार्रवाई की जाएगी।
विदेशी पर्यटक ने आरोप लगाया है कि उनसे जबरन यह माफीनामा लिखवाया गया है
हिन्दू चरमपंथियों के जिस दल ने ऑस्ट्रेलियाई दंपत्ति का घेराव किया उसके एक नेता का नाम रमेश यादव बताया जा रहा है जो बेंगलुरु से पार्षद का चुनाव लड़ चुका है। रमेश ने सफाई दी की 'दंपत्ति से माफी मांगने के लिए कभी नहीं कहा गया। नवरात्रि चल रहा है ऐसे में हमने सोचा की अगर ये लोग शहर में इस तरह देवी के टैटू के साथ घूमेंगे तो परेशानी में पड़ जाएंगे। मामला बिगड़ जाएगा इसी लिए हम उन्हें सावधान कर रहे थे।'