असम पुलिस पेपर लीक मामले में पूर्व डीआईजी और बीजेपी नेता पर इनाम घोषित करेगी

असम पुलिस की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के घोटाले में 19 आरोपी गिरफ्तार, पूर्व डीआईजी पीके दत्ता और बीजेपी नेता दीबान डेका को गिरफ्तार करने की तैयारी

असम पुलिस पेपर लीक मामले में पूर्व डीआईजी और बीजेपी नेता पर इनाम घोषित करेगी

असम पुलिस पेपर लीक मामले में बीजेपी नेता दीबान डेका को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है.

गुवाहाटी:

असम (Assam) में पुलिस भर्ती प्रश्न पत्र के लीक (Police Recruitment Paper leak case) होने के सिलसिले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिससे इस मामले में गिरफ्तार होने वाले कुल लोगों की संख्या 19 हो गई है. यह जानकारी डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने दी. साथ ही उन्होंने घोषणा की कि एक पूर्व पुलिस अधिकारी तथा बीजेपी (BJP) के एक वरिष्ठ नेता को इसमें कथित भूमिका निभाने के मामले में पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की जाएगी. यह घोटाला सामने आने के बाद पहली बार संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि उपनिरीक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हों या किसी भी पद पर हों.

महंत ने कहा, ‘‘हम पूर्व डीआईजी पीके दत्ता और दीबान डेका को गिरफ्तार करने पर गौर कर रहे हैं. वे फरार हैं. उन्हें पकड़ने के लिए हमने इनाम की घोषणा करने का निर्णय किया है. हम इनाम की घोषणा जल्द करेंगे.''

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद सीआईडी, गुवाहाटी पुलिस और असम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले में अपने क्षेत्रों से हुई गिरफ्तारियों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नलबारी जिला पुलिस ने भी छह लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों मुख्य आरोपियों के बारे में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, ‘‘हमने दत्ता के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है ताकि वह देश नहीं छोड़ सकें. उनके बारे में सभी संबंधित सूचनाएं जारी कर दी गई हैं.'' सिंह ने कहा कि उनकी बेहिसाब संपत्ति के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दत्ता के पास गुवाहाटी में चार लग्जरी होटल और कई आवासीय संपत्तियां, कछार जिले में 1600 बीघा जमीन, डिब्रूगढ़ और देश के अन्य हिस्सों में अपार्टमेंट हैं.

फेसबुक पर खुद को भाजपा किसान मोर्चा का कार्यकारी सदस्य बताने वाले डेका ने गुरुवार को कहा था कि परीक्षा प्रक्रिया में वह शामिल थे और अब उन्होंने ‘‘असम छोड़'' दिया है क्योंकि घोटाले में असम पुलिस के ‘‘काफी बड़े और भ्रष्ट अधिकारी'' शामिल हैं जिससे ‘‘किसी भी समय उनकी हत्या'' हो सकती है.

डीजीपी ने कहा कि मामले की जांच कई जिलों में एक साथ चल रही है और कार्बी आंगलांग, लखीमपुर तथा नलबाड़ी जिलों में मामले दर्ज किए गए हैं.

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असम पुलिस में उपनिरीक्षकों के 597 पदों की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र 20 सितंबर को लीक हो गया था और परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट के अंदर ही इसे रद्द कर दिया गया था. राज्य भर में 154 केंद्रों पर करीब 66 हजार उम्मीदवार परीक्षा में बैठे थे.